Agency:Local18
Last Updated:January 31, 2025, 15:03 IST
Biogas Plant Electricity: दूध डेयरी में लगाया गोबर से बिजली बनाने का बायोगैस प्लांट.15 किलोवाट का जरनेटरर घर और डेयरी दोनों को दे रहा मुफ्त बिजली.
हाइलाइट्स
- हरदीप सिंह ने गोबर से बिजली बनाने का प्लांट लगाया.
- 15 किलोवाट का जरनेटर घर और डेयरी को मुफ्त बिजली दे रहा है.
- गोबर गैस प्लांट से सालाना लाखों की बचत हो रही है.
होशियारपुर: पंजाब के होशियारपुर मुकेरियां के गांव भागड़ा के हरदीप सिंह जिन्हें डेयरी किंग के नाम से जाना जाता है. होशियारपुर पीडीएफ जिला प्रदान हरदीप सिंह ने 15 साल पहले 10 गाय से डेयरी कारोबार शुरू किया था और आज उनका नाम पंजाब के बड़े डेयरी कारोबारियों में गिना जाता है. हरदीप सिंह ने दूध के साथ साथ गोबर गैस बनाने का प्लांट भी लगाया था जिससे उन्हें मुफ्त गोबर गैस मिल रही थी. परंतु अब उन्होंने इसी गोबर गैस ने बिजली बनाने का प्लांट शुरू किया है जो उनके इस कारोबार के लिए वरदान साबित हो रहा है.
3 कनाल जमीन चाहिए
इस विषय पर जानकारी देते हुए हरदीप सिंह ने बताया कि डेयरी कारोबार में गोबर को संभालना एक बहुत बड़ी समस्या होती है क्योंकि मेरी डेयरी में 400 से अधिक पशु है और इतने पशुओं का गोबर एकत्रित करने एक लिए 3 कनाल जमीन चाहिए पर अब सिर्फ 6 मरला जगह ही सारा गोबर एकत्रित हो जाता है.
15 किलोवाट का जरनेटर बिजली उत्पाद करता
हरदीप सिंह का कहना है कि नेस्ले कंपनी द्वारा यह प्लांट निःशुल्क लगाया जाता है. यदि आपके पास 80 से ज्यादा पशु हो . इस प्लांट में गोबर से मीथेन गैस को अलग किया जाता है जिससे 15 किलोवाट का जरनेटर बिजली उत्पाद करता है. पहले डेयरी में बिजली की खपत बहुत ज्यादा थी परंतु अब हम खुद मुफ्त में अपनी बिजली तैयार कर रहे है. मेरी डेयरी में बिजली और खाना बनने के लिए गैस का कोई खर्च नहीं हो रहा है जिससे हर साल मुझे लाखों रुपए की बचत हो रही है और गोबर से गैस को अलग करने के बाद को पानी बचता है उसे हम खेतों में सिंचाई के लिए इस्तेमाल करते है.
बता दें कि यह वेस्ट पानी खेतों में खाद का काम करता है. जिससे फसल की पैदावार अच्छी होती है. हरदीप सिंह ने कहा यदि हर डेयरी कारोबारी किसान अपने फार्म पर इस तरह का बिजली प्लांट लगाए तो उसकी कमाई में अच्छी बढ़ौतरी होगी.
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वहीं, इस विषय पर अन्य जानकारी देते हुए डाक्टर शिवांक सिंह ने बताया कि कंपनी द्वारा डेयरी फॉरमर के लिए चार कैटगरी में यह बायोगैस प्लांट निःशुल्क लगाया जाता है और हरदीप सिंह के फार्म में C 80 कैटगरी का प्लांट लगा हुआ है जो सबसे बड़ा है. उन्होंने बताया कि मीथेन गैस हमारी धरती के लिए बहुत हानिकारक है. जब हम गोबर को वैसे ही फैंक देते है तो उसमें से मीथेन गैस निकलती रहती है. परंतु इस प्लांट में मीथेन गैस को चेम्बर्स में इकठ्ठा कर उपयोग में लगाया जाता है जैसे cng गैस का प्रयोग होता है. मीथेन बहुत जल्दी आग पकड़ती है इससे 15 किलोवाट का जरनेटरर चलाया जाता है और यह जरनेटरर एक साथ 10 घरों को लगातार बिजली दे सकता है. डाक्टर शिवांक का कहना है कि हरदीप सिंह की डेयरी और घर दोनों को यह जरनेटरर बिजली दे रहा है जिससे इनके लाखों रुपए की बचत सलाना हो रही है.
First Published :
January 31, 2025, 15:03 IST
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