उदयपुर : विदेश में फंसे पिता को वापस लाने के लिए एक बेटा लगातार सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहा है. लेकिन अभी भी उसके पिता के बारें में उशे कुछ भी पता नहीं चल पाया है. परिवार का कहना है कि 2 महीनों से उनकी बात नहीं हुई है. बेटे ने बताया कि सेठ ने उनके पिता की भारत की नागरिकता भी रद्द करवा दी है और उन्हें किसी और देश की नागरिकता दिलवा दी है. उदयपुर के निवासी विष्णु मेनारिया के पिता मुकेश मेनारिया 7 सालों से स्विटजरलैंड में ओसवाल परिवार के लिए सेफ का काम कर रहे हैं.
भारतीय नागरिकता की कराई सेठ ने रद्द
मुकेश मेनारिया के बेटे विष्णु मेनारिया ने बताया कि उसके पिता 7 सालों से ओसवाल परिवार के लिए काम कर रहे हैं. वह उनकी फैमिली के पर्सनल सेफ के रूप में कार्य करने के लिए स्विटजरलैंड गए थे. इन 7 सालों में कभी ऐसा नहीं हुआ कि उनको भारत आने से रोका गया हो लेकिन बीते 2 महीनों से पता नहीं क्या हो गया उनसे बात तक नहीं हो पा रही है. उनके पिता की नागरिकता भी सेठ ने रद्द करवा दी है. सेठ ने उन्हें सेंट लूसिया की नागरिकता दिला दी. जब उन्होंने भारत वापसी को लेकर सेठ से बात की तो उन्होंने पासपोर्ट ही अपने पास रख लिया.
प्रदेश सरकार से लेकर विदेश मंत्रालय तक गुहार लगा चुका बेटा
बेटे विष्णु ने बताया कि मैंने अपने जिले स्तर से लेकर विदेश मंत्रालय तक गुहार लगा रखी है. मैं अपने पिता को वापस लाने के लिए हर जिम्मेदार से गुहार लगा रहा हूं, लेकिन अब तक कहीं से संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है, जिस कारण मुझे निराशा ही हाथ लग रही है.
कानूनी कार्रवाई नहीं करने का भी बनाया दबाव
ओसवाल परिवार की वकील कमलेश अग्रवाल मेनारिया परिवार को आश्वासन देती है कि आप लोग सारी कानूनी कार्यवाही बंद कर दो, मुकेश को लौटाने की मेरी जिम्मेदारी है. इस बीच मुकेश की लोकेशन ग्रैंड हयात होटल मुंबई ट्रेस होती है तो पुत्र विष्णु वहां भी पिता के मिलने उम्मीद में दौड़ा जाता है पर निराशा ही हाथ लगती है. पुत्र विष्णु ने सरकार से पिता को जिंदा लाने की गुहार लगाई है. वहीं मीडिया से बातचीत के दौरान मां और बेटे रो पड़े.
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FIRST PUBLISHED :
September 28, 2024, 18:52 IST