मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के योग ब्रेक कार्यक्रम से बड़े पैमाने पर सरकारी कर्मचारियों को मिला लाभ

6 days ago 1

भारत सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के माननीय केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान को उसके ‘कार्यस्थल पर योग ब्रेक' (वाई-ब्रेक) पाठ्यक्रम के बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्रशंसा प्रमाण पत्र प्रदान किया. संस्थान के निदेशक डॉ. काशीनाथ समगंडी को यह पुरस्कार विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षण सप्ताह (एनएलडब्ल्यू) – कर्मयोगी हफ्ते के समापन समारोह के दौरान प्रदान किया गया. वाई-ब्रेक पाठ्यक्रम आईजीओटी कर्मयोगी भारत प्लेटफॉर्म पर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले कार्यक्रम के रूप में उभरा है, जिसमें अब तक 868,094 से ज्यादा सरकारी अधिकारियों ने पाठ्यक्रम पूरा किया है, जो कामकाजी पेशेवरों के बीच इसकी लोकप्रियता और स्वास्थ्य लाभों को दर्शाता है.

यह भी पढ़ें: बाल झड़ने से गंजी हो गई खोपड़ी, तो नए बाल उगाने के लिए सिर पर इन 6 ऑयल में से कोई भी लगाएं, लंबे होंगे आपके बाल

मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान द्वारा तैयार किया गया वाई-ब्रेक कोर्स, कार्यदिवस के दौरान सरकारी अधिकारियों की सेहत के लिए तैयार किया गया एक व्यावहारिक, पांच मिनट का योग कार्यक्रम प्रदान करता है. डेली रूटीन में आसानी से शामिल किए जाने के लिए डिजाइन किए गए इस कार्यक्रम में सरल योग आसन, प्राणायाम और विश्राम तकनीकें शामिल हैं, जिनका अभ्यास वर्कप्लेस पर किया जा सकता है, जिससे कर्मचारियों को तनाव कम करने, ध्यान केंद्रित करने और उत्पादकता में सुधार करने में मदद मिलती है.

डॉ. समगंडी ने वाई-ब्रेक की उपयोगिता पर जोर देते हुए कहा, "वाई-ब्रेक कार्यक्रम की जबरदस्त सफलता देश भर के सरकारी अधिकारियों पर इसके बड़ा प्रभाव को दर्शाती है. यह उपलब्धि कार्यस्थल के भीतर स्वास्थ्य को समाहित करने सरकारी कर्मचारियों को ऐसी परम्पराओं से लैस करने की हमारी प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है, जो शारीरिक और मानसिक दोनों तरह के लचीलेपन को बढ़ावा देती हैं. वाई-ब्रेक काम के माहौल में तनाव को कम करने, तरोताजा करने और फिर से ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है, जिससे कार्य-कुशलता बढ़ती है.”

यह भी पढ़ें: आंतों में चिपकी गंदगी को एक झटके में साफ कर देगा इस मसाले का पानी, कब्ज से मिलेगा छुटकारा, बढ़ेगी पाचन शक्ति

आई गॉट कर्मयोगी प्लेटफॉर्म का उद्देश्य निरंतर सीखने के माध्यम से सरकारी अधिकारियों की क्षमता और प्रभावशीलता को बढ़ाना है. तकनीकी कौशल से लेकर व्यक्तिगत स्वास्थ्य तक के प्रशिक्षण मॉड्यूल के साथ, आई गॉट सरकारी कर्मचारियों को सुलभ शिक्षण अवसर प्रदान करता है, जो सार्वजनिक सेवा भूमिकाओं की कई मांगों को संबोधित करते हैं. इस प्लेटफॉर्म पर वाई-ब्रेक कोर्स की सफलता हेल्थ ऑरिएंटेड ट्रेनिंग के मूल्य का उदाहरण है, जो कार्यबल विकास के लिए एक समग्र दृष्टिकोण के लिए एक मिसाल कायम करता है जो प्रभावी शासन के आधार के रूप में कर्मचारी स्वास्थ्य को प्राथमिकता देता है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article