काली पड़ गई तिल की फसल.
छतरपुर. जिले में हर साल की तरह इस बार भी किसानों ने बढ़-चढ़कर खरीफ की तिल फसल बोई थी. इस बार तिल की फसलें बहुत ही अच्छी स्थिति में थीं. 4 महीने के इंतजार के बाद किसानों को बंपर पैदावार दिख रही थी. कुछ दिनों पहले ही तिल फसलों की कटाई भी शुरू हो गई, लेकिन तीन दिनों से लगातार बारिश होने से फसलें खराब हो गई हैं.
गहबरा गांव के किसान विनेश पाल Local18 से बातचीत में कहते हैं कि जहां एक बीघा में 2 क्विंटल तिल निकलनी थी, वहां अब 3 पसेरी निकल रही है. क्योंकि तिल की फसल बारिश से पहले जो कट गई थी वह ज्यादातर काली पड़ गई है और जो खेत में खड़ी थी उसके आधे तिल झड़ गए है.
तिल की इस किस्म को हुआ नुकसान
किसान विनेश बताते हैं कि सबसे ज्यादा नुकसान तिल की प्रकाश किस्म को हुआ है, क्योंकि इस तिल की बुआई जल्दी हो जाती है इसलिए कटाई जल्दी लग जाती है, जबकि चौमुखी तिल की बुआई देर से होती है इसलिए इसको नुकसान कम ही हुआ है. प्रकाश तिल की पहचान है कि यह सफेद होती है, जबकि चौमुखी कम सफेद होती है. प्रकाश तिल झड़ती ज्यादा है, इसलिए लगातार बारिश की वज़ह से यह झड़ गई है.
कीड़े लगने की वजह से हल्की हो गई तिल
बारिश के पहले जो कटी प्रकाश तिल पड़ी थी. उसमें अब कीड़े लगने की वजह से तिल हल्की हो गई है. तिल के ये कीड़े उसे खा रहे हैं, जिससे इसका वज़न कम हो रहा है. हल्की तिल होने की वज़ह से इसमें तिल भी नहीं निकलेगी. मंडी में इस तिल का भाव भी चौमुखी तिल से ज्यादा रहता है. किसान विनेश बताते हैं कि अभी 1 क्विंटल प्रकाश तिल का भाव 12 हजार रुपए से ज्यादा है, लेकिन क्या फायदा, हमारा तो हजारों- लाखों का नुकसान ही हो गया.
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FIRST PUBLISHED :
October 5, 2024, 08:51 IST