गोड्डा
गोड्डा: गोड्डा जिले के हनवारा में सैकड़ों वर्षों से कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर दो दिवसीय भव्य मेले का आयोजन होता आ रहा है. इस मेले में झारखंड और बिहार के विभिन्न क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं. यह मेला जिले के धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव का एक अद्भुत उदाहरण है.मेले में देशभर के कई राज्यों, जैसे झारखंड, बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश से व्यापारी अपनी अलग अलग और अनोखी दुकानें लेकर पहुंचे हुए हैं. जिसमें खाने-पीने के स्टॉल, हस्तशिल्प की दुकानें, कपड़े और खिलौने जैसे विभिन्न प्रकार के स्टॉल आए हुए है.
पूजा कमेटी के सदस्य बद्री प्रसाद साह ने लोकल 18 से कहा कि दो दिनों तक भगवान कार्तिक की मूर्ति यहां स्थापित रहती है. धार्मिक उत्साह के साथ लोग मेले का आनंद लेने आते हैं. वहीं ठंड के मौसम में दुर्गा पूजा, काली पूजा और जगधात्री पूजा के बाद मेला गोड्डा क्षेत्र का अंतिम सबसे बड़ा उत्सव है. जहां लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है.
दो दिनों तक होती है पूजा
वहीं कार्तिक मंदिर के पुरोहित पंडित गोकुल चंद्र जी महाराज ने बताया कि हनवारा में राम निवास बाबू के द्वारा सैकड़ों वर्ष पहले शुरू कराई गई थी.जिसके बाद यहां भगवान कार्तिक की मंदिर की स्थापना की गई. हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा के दिन से दो दिनों की पूजा के साथ भव्य मेला का आयोजन किया जाता है.
झूलों का किराया 60 रुपए
मेला कमेटी के अध्यक्ष राम निवास पासवान ने जानकारी दी कि यह मेला अपने खास मनोरंजन के लिए जाना जाता है. इसमें मौत का कुआं और दंगल कुश्ती जैसी विशेष आकर्षक कार्यक्रम करवाई जाती है.जहां बच्चों और युवाओं के लिए तारामाची, ड्रैगन झूला, और ब्रेक डांस जैसे झूले भी लगाए गए हैं. जहां इन झूलों का किराया 60 से 80 रुपये रखा गया है.
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FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 18:01 IST