Rewa News: रीवा किले की शान है पुतरिहा दरवाजा, कहीं देखने को नहीं मिलेगी ऐसी अद्भुत नक्काशी
रीवा किला की शान है पुतरिहा दरवाजा, विश्व में अद्वितीय अद्भुत है नक्काशी.
रीवा का किला अपनी खूबसूरती के लिए देशभर में मशहूर है. लेकिन किले के अलावा यहां के द्वार भी बेहद खूबसूरत है. अलग-अलग काल में बने हुए इन दरवाजों में सुंदर-सुंदर नक्काशी बनाई गई है. ये दरवाजे किले की सुंदरता में भी चार चांद लगाते है. इन्ही में से एक पुतरहा दरवाजा है. जिस के बारे में इतिहासकार बताते है कि इस दरवाजे की तरह नक्काशी विश्व भर में कहीं देखने को नहीं मिलती है. हमारे देश में ऐसे कई दरवाजे है, जो एक बेहतर शिल्पकारी के उदहारण है. मध्यप्रदेश में भी एक ऐसा ही दरवाजा है. जिसकी तारीफ विदेशी लेखकों ने भी की है. इतिहासकारों के अनुसार विदेशी लेखकों ने इस दरवाजे को दुनिया का अद्भुत दरवाजा बताया है.
इतिहासकार असद खान बताते हैं कि कल्चुरियो का दौर स्थापत्य कला की दृष्टि से स्वर्णिम दौर था. युवराज देव प्रथम जो कल्चुरी नरेश थे उनका कार्यकाल 1915 से 1945 था उन्होंने गोर्गी में भव्य इमारतें बनवाए थे. रीवा किला में जो स्थापित दरवाजा है. ये पहले गोर्गी में हुआ करता था. यह दरवाजा गोर्गी का मुख्य द्वार था. कालांतर में गोर्गी गेट धीरे-धीरे जर्जर होने लगा था. गेट के अगल बगल का हिस्सा ध्वस्त हो गया था. केवल गेट खड़ा था. रीवा के महाराजा विश्वनाथ प्रताप सिंह ने जब ये दरवाजा देखा तो वह इस दरवाजा को 1833 से 1854 के बीच में रीवा ले आए. इस दरवाजे को अपने किले का मुख्य दरवाजा बनवाया.
दरवाजा साढ़े 12 फीट चौड़ा
दरवाजा में अंकित है भगवान शिव के बारात का दृश्य इतिहासकार असद खान बताते हैं कि पुतरिहा दरवाजा साढ़े 12 फीट चौड़ा और लगभग 30 फीट ऊंचा है. उस दरवाजे में भगवान शिव की शादी का पूरा मंचन दिखाया गया है. गेट में सुंदर-सुंदर अप्सराएं है श्रृंगार करते हुए दिखाई दे रही हैं. उसी दरवाजे में कीचक की बलिष्ट भुजाएं दिखाई दे रहे हैं. भगवान शिव नंदी पर सवार है. इसके पीछे उनके गण चल रहे है. इतिहासकार असद खान बताते हैं कि रीवा किला का मुख्य दरवाजा दुनिया का सबसे सुंदर दरवाजा है. अंग्रेजी लेखक समर सिपलेनी ने इस दरवाजा को दुनिया का अदभुत दरवाजा कहा है. इस दरवाजा में अप्सराओं के केश से लेकर उनके वस्त्र और आभूषण स्पष्ट दिखाई दे रहे है. इस दरवाजे की नक्काशी दुनिया की अद्भुत नक्काशियों में से एक है.
Tags: Latest hindi news, Local18, Madhya pradesh news, Rewa News
FIRST PUBLISHED :
November 19, 2024, 18:07 IST