लाखों की बोली लगने के बाद भी नहीं बेची ‘काली कामधेनु’, आखिर क्यों खास है ये?

2 hours ago 1

Agency:Local18

Last Updated:February 04, 2025, 23:57 IST

Animal husbandry: गुजरात के बोटाद में पशुपालक संजय राठौड़ के पास दुर्लभ नस्ल की ‘काली कामधेनु’ बछड़ी है, जिसकी कीमत लाखों में है. वडताल से 3 लाख की पेशकश ठुकराने वाले संजय इसे खास देखभाल से पाल रहे हैं.

लाखों की बोली लगने के बाद भी नहीं बेची ‘काली कामधेनु’, आखिर क्यों खास है ये?

काली कामधेनु बछड़ी

गुजरात के बोटाद जिले में पशुपालन के प्रति लोगों की दिलचस्पी बढ़ती जा रही है. खास नस्ल की गाय-भैंस पालने वाले पशुपालक अपने पशुओं को बड़े प्रेम से पालते हैं और उन्हें बेचने के लिए तैयार नहीं होते. ऐसा ही एक मामला बोटाद के संजय राठौड़ का है, जो पिछले 5-6 सालों से पशुपालन के व्यवसाय से जुड़े हुए हैं. उनके पास एक अनोखी बछड़ी है, जिसे वह किसी भी कीमत पर बेचना नहीं चाहते.

काली कामधेनु बछड़ी, जो विरले ही जन्म लेती है
लोकल 18 से बातचीत में संजय राठौड़ ने बताया कि उनके पास जो बछड़ी है, वह गिर नस्ल की एक दुर्लभ प्रजाति से आती है, जिसे ‘काली कामधेनु’ कहा जाता है. इस नस्ल की बछड़ियां बहुत ही कम स्थानों पर जन्म लेती हैं. संजय राठौड़ ने बताया कि उनके एक मित्र ने कृत्रिम बीजदान के लिए एक विशेष इंजेक्शन दिया था, जिससे इस बछड़ी का जन्म हुआ. वर्तमान में यह बछड़ी साढ़े नौ से दस महीने की हो चुकी है.

तीन लाख में भी नहीं बेची बछड़ी
इस खास नस्ल की बछड़ी की कोई तय कीमत नहीं होती क्योंकि इसे आमतौर पर मंदिरों में ही देखा जाता है. इसे देवतारूपी कामधेनु भी कहा जाता है. संजय राठौड़ ने बताया कि वडताल से एक व्यक्ति ने इस बछड़ी को खरीदने के लिए 3 लाख रुपये की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने विनम्रता से इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि अगर भविष्य में इसे बेचने का विचार करेंगे, तो सबसे पहले वही व्यक्ति उनकी प्राथमिकता में होगा.

कितना दूध देगी यह बछड़ी?
इस बछड़ी की बाजार में अनुमानित कीमत 5 से 5.5 लाख रुपये बताई जाती है. इसकी मां एक बार में 10 लीटर और रोजाना 20 लीटर दूध देती थी. इस आधार पर उम्मीद की जा रही है कि जब यह बछड़ी व्याण (प्रजनन के बाद दूध देने की स्थिति) में आएगी, तो यह शुरुआत में प्रतिदिन 8 से 10 लीटर दूध देगी.

First Published :

February 04, 2025, 23:57 IST

homeagriculture

लाखों की बोली लगने के बाद भी नहीं बेची ‘काली कामधेनु’, आखिर क्यों खास है ये?

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article