Last Updated:February 11, 2025, 23:39 IST
ALS Drone News: इंडियन डिफेंस के लिए अच्छी खबर है. टाटा ने ऐसा ड्रोन डेवलप किया है जो 250 किलोमीटर तक की उड़ान भर सकता है. इसकी मदद से किसी जवान को भेजे बिना ही दुश्मन के ठिकानों को तबाह किय जा सकता है.
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टाटा ने लंबी दूरी का ड्रोन डेवलप किया है. एयरो इंडिया-2025 में इसे देश और दुनिया के सामने रखा गया. (सांकेतिक तस्वीर)
हाइलाइट्स
- टाटा ने लंबी दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम ALS ड्रोन डेवलप किया है
- एंटी टैंक वॉरहेड ले जाने में सक्षम, दुश्मन ठिकानों को पलभर में कर देगा तबाह
- मौजूदा बैटरी ऑपरेटेड ड्रोन से ज्यादा पेलोड ले जाने में समर्थ यह एडवांस ड्रोन
बेंगलुरु/नई दिल्ली. भारत अपने एयर डिफेंस सिस्टम को लगातार मजबूत कर रहा है. मॉडर्न वॉरफेयर को देखते हुए फाइटर जेट और एयरक्राफ्ट कैरियर के साथ ही ड्रोन सिस्टम पर भी पूरा ध्यान दिया जा रहा है. अब टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड (TASL) ने एयरो इंडिया-2025 के शो में ऐसे ड्रोन सिस्टम को दुनिया के सामने रखा है, जिससे दुश्मनों की नींद उड़नी लाजिमी है. यह ड्रोन काफी ऊंचाई वाले पर्वतीय इलाकों से भी उड़ान भरने में सक्षम है. 250 किलोमीटर तक लगातार उड़ान भरने में सक्षम यह ड्रोन घातक हथियार को ले जाने में कैपेबल है. खास बात है कि यह ड्रोन उन इलाकों में भी टारगेट को साध सकता है, जहां GPS काम नहीं करता है. बता दें कि भारत की सीमाएं पाकिस्तान, चीन और बांग्लादेश जैसे देशों से लगती हैं. इन देशों से लगने वाले इलाके काफी दुर्गम हैं, ऐसे में यह ड्रोन दुश्मानों के दांत खट्टे करने में काफी सक्षम होंगे.
टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड की ओर से डेवलप इस ड्रोन को फिलहाल एडवांस्ड लॉयटरिंग सिस्टम (ALS) का नाम दिया गया है. इसे किलर ड्रोन भी कहा जाता है. टाटा के अधिकारियों का कहना है कि इस ड्रोन को पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से डेवलप किया गया है. 250 किलोमीटर से ज्यादा की रेंज होने की वजह से इसकी अहमियत काफी बढ़ जाती है. युद्ध या सैन्य टकराव की स्थिति यह ड्रोन दुश्मनों के ठिकानों को बिना किसी मानवीय नुकसान के तबाह करने में सक्षम होगा. सेना या फाइटर जेट को भेजे बिना ही शत्रुओं को व्यापक पैमाने पर क्षति पहुंचाई जा सकती है. भारत को लंबे समय से ऐसे ड्रोन टेक्नोलॉजी की तलाश थी, जो दुर्गम और हाई एल्टीट्यूड (ऊंचाई वाले क्षेत्र) वाले क्षेत्रों में भी सफलतापूर्वक अपने मिशन को अंजाम दे सके.
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10 हजार फीट की ऊंचाई से उड़ान भरने में सक्षम
टाटा के अधिकारियों ने बताया कि ALS 10,000 फीट से ज्यादा की ऊंचाई वाले इलाकों में भी उड़ान भरने में सक्षम है. यह ड्रोन चीन से लगते लद्दाख के इलाकों में डिफेंस सिस्टम को और मजबूत करने में काफी कारगर साबित होंगे. इसकी मदद से LAC पर न केवल दुश्मनों को टारगेट करना आसानी से सक्षम हो सकेगा, बल्कि महत्वपूर्ण सूचनाएं इकट्ठा करने में भी यह कारगर होगा. इसके अलावा अरुणाचल प्रदेश की सीमा से लगते इलाकों में भी यह ड्रोन काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. फिलहाल भारत एडवांस ड्रोन का आयात करता है, ताकि सुरक्षा संबंधी जरूरतों को पूरा किया जा सके.
दुश्मनों के लिए साबित होगा घातक
‘इकोनोमिक टाइम्स’ की रिपोर्ट की मानें तो ALS घात हथियार ले जाने में भी सक्षम है. जरूरत पड़ने पर टाटा द्वारा डेवलप लंबी दूरी तक उड़ान भरने में सक्षम ड्रोन एंटी टैंक वॉरहेड समेत अन्य तरह के हथियार ले जा सकता है. इसके पेलोड के बारे में विस्तार से नहीं बताया गया है, लेकिन रिपोर्ट की मानें तो यह इंटर्नल कंब्यूस्टन सिस्टम से ऑपरेट करने में समर्थ है. इस तरह यह ड्रोन ज्यादा पेलोड ले ज सकता है. बता दें कि कम दूरी के ड्रोन बैटरी से ऑपरेट होते हैं, जिसके चलते भार वहन की उनकी क्षमता कम होती है. इसका मतलब यह हुआ कि ALS ज्यादा घातक हथियार के साथ दुश्मनों पर काल बनकर टूट सकता है.
Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
February 11, 2025, 23:39 IST