नई दिल्ली. 70-80 के दशक में कहा जाता था कि अमिताभ बच्चन को कोई टक्कर दे सकता है तो वो विनोद खन्ना हैं. लेकिन जब स्टारडम चरम पर था, तब वह एक गलती कर बैठे और गलती ऐसी कि परिवार ही नहीं फैंस को भी शॉक्ड कर दिया. बॉलीवुड से ब्रेक लेकर अमेरिका में ओशो आश्रम में शामिल होने का फैसला किया. हालांकि, कुछ समय के बाद ही वह भारत लौट आए और फिर इंडस्ट्री में वापसी की. वापसी तो हो गई, लेकिन पहले जैसे न तो नाम मिला और न ही काम. इसलिए फिर विनोद खन्ना ने एक फैसला लिया और राजनीति में उतर गए.
सुपरस्टार से सन्यासी और फिर एक्टर बनने के बाद अब विनोद खन्ना राजनेता बन चुके थे. बीजेपी ज्वाइंन करने के अगले ही साल यानी 1998 को देश में लोकसभा चुनाव होने थे. पार्टी ने विनोद खन्ना को लोकसभा चुनाव में पंजाब के गुरदासपुर से चुन लिया. उन्हें 1999 और 2004 में फिर से चुना गया. वे केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री भी रहे. विनोद खन्ना विदेश मंत्रालय में राज्य मंत्री बने.
अनंत महादेवन ने किया विनोद खन्ना को याद
हाल ही में सिद्धार्थ कन्नन के साथ एक बातचीत में, अनंत महादेवन ने याद किया कि उन्होंने एक बार विनोद खन्ना से प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव लड़ने को कहा था, लेकिन एक्टर ने हाथ जोड़ लिए थे.
‘यह बहुत ही खतरनाक खेल है’
स्क्रीन राइटर, एक्टर और फिल्म डायरेक्टर अनंत महादेवन ने बताया, ‘एक बार मैंने उनसे कहा, ‘सर, आपको इस देश के प्रधानमंत्री पद के लिए खड़ा होना चाहिए. हमें एक अच्छे दिखने वाले प्रधानमंत्री से कोई आपत्ति नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘नहीं अनंत, तुम नहीं जानते. यह बहुत ही खतरनाक खेल है. यह उतना सरल नहीं है जितना तुम सोचते हो. यह उतना सीधा नहीं है जितना तुम सोचते हो. मैं पंजाब से सांसद हूं, यह ठीक है, मैं अपना काम कर रहा हूं, लेकिन उससे आगे यह आसान नहीं है, भले ही मैं उस स्थिति में हूं.’
कैसे था विनोद खन्ना-अनंत महादेवन का रिश्ता
विनोद खन्ना के साथ अपने संबंधों को याद करते हुए, अनंत ने कहा, ‘उनके निधन तक, वे मुझे बहुत मजेदार ईमेल भेजते थे, जिनमें चुटकुले और किस्से होते थे. हम लंबे समय तक संपर्क में रहे.’ उन्होंने कहा, ‘विनोद खन्ना किसी भी मायने में बिंदास नहीं थे. लेकिन, वे पूरी तरह से अंतर्मुखी भी नहीं थे. अगर आप उनसे बात करते, तो वे खुल जाते और आपसे कई चीजों के बारे में बात करते थे.’
‘उन्होंने बहुत को झेला है…’
अनंत ने कहा कि उन्होंने बहुत कुछ झेला है. उन्होंने बहुत कुछ देखा है. नहीं तो वे मेरे जैसे व्यक्ति के साथ काम क्यों करना चाहते? आपको बता दें कि शोबिज में एक शानदार करियर के बाद, विनोद खन्ना का अप्रैल 2017 में 70 साल की उम्र में निधन हो गया. ब्लैडर कैंसर से जूझ रहे थे.
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FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 09:25 IST