पीलीभीत: आज के समय में जहां लोग सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए फर्जी दस्तावेज और जुगाड़ का सहारा लेते हैं, वहीं पीलीभीत का एक व्यक्ति ईमानदारी की अनोखी मिसाल पेश कर रहा है. भूड़ा कॉलोनी निवासी चितरंजन सरकार को गलती से सरकारी राशन कार्ड मिल गया है. लेकिन वह इसे खारिज कराने के लिए महीनों से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं.
चितरंजन सरकार बताते हैं कि उनके पास तीन एकड़ जमीन, एक ट्रैक्टर, पक्का मकान, मोटरसाइकिल और कूलर जैसी सुविधाएं हैं. इन संपत्तियों के कारण वह राशन कार्ड के पात्र नहीं हैं. बावजूद इसके उनके नाम राशन कार्ड अलॉट हो गया है. चितरंजन का कहना है कि वह यह सुविधा नहीं लेना चाहते, लेकिन जिला पूर्ति कार्यालय में उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
डीएम के सामने अर्जी
शनिवार को समाधान दिवस में उन्होंने डीएम के सामने अपनी अर्जी पेश की. चितरंजन की ईमानदारी ने वहां मौजूद अधिकारियों और लोगों को प्रभावित किया, और सभी ने उनकी सराहना की. किसी को यकीन नहीं हो रही कि कोई भला कैसे इस तरह ईमानदारी की मिशाल पेश कर सकता हैय
फर्जी दस्तावेज़ों से हो रहा सरकारी राजस्व का नुकसान
कई बार सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए पात्रता शर्तें पूरी न होने पर लोग फर्जी दस्तावेज़ों का सहारा लेते हैं. आय प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र जैसे जरूरी दस्तावेज़ तहसील स्तर पर बनाए जाते हैं, लेकिन भ्रष्टाचार के चलते आर्थिक रूप से संपन्न लोग भी इन सुविधाओं का अनुचित लाभ उठा रहे हैं. ऐसे पर सरकारी खजाने पर चूना लगता है.
समाज के लिए प्रेरणा
चितरंजन सरकार जैसे ईमानदार लोगों का उदाहरण समाज के लिए प्रेरणा है, जो अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति सजग रहते हैं. प्रशासन को भी ऐसे मामलों में तुरंत कार्रवाई करते हुए सही उदाहरण पेश करने की जरूरत है. फिलहाल चितरंजन की हर तरफ तारीफ हो रही है.
FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 16:49 IST