शिव मंदिर बैजनाथ
बैजनाथ: भगवान शिव के ऐतिहासिक शिव मंदिर में वैकुंठ चौदस पर अखरोटों की बारिश का आयोजन देर शाम को किया गया. जहां भक्त जानों में अथाह जोश देखने को मिला भगवान शिव के आशीर्वाद रूपी अखरोट पाने के लिए हर कोई उत्साहित दिखा. इस दौरान मंदिर पुजारियों सुरेंद्र आचार्य और धर्मेंद्र शर्मा ने शिव आरती के बाद मंदिर के दाएं ओर स्थित मां पीतांबरी देवी की मूर्ति की पूजा-अर्चना की और मंदिर के ऊपरी भाग से अखरोटों की बारिश की.
बीती रात शिव नगरी बैजनाथ में हुई 18,000 अखरोटों की बारिश.मंदिर के पुजारी बताते हैं कि यह त्यौहार सिर्फ शिव मंदिर बैजनाथ में ही मनाया जाता है.उन्होंने बताया कि पुरानी मान्यता के अनुसार शंखासुर नामक राक्षस ने देवताओं का राजपाठ छीन लिया था. देवराज इंद्र के सिंहासन पर बैठ कर राज करने लगा. जिससे भयभीत होकर सभी देवता गुफा में रहने को मजबूर हो गए.
18,000 अखरोटों की बारिश
राज करते शंखा सुर को लगा कि उसने देवताओं से सब कुछ छीन लिया फिर भी देवता अब भी उससे ज्यादा शक्तिशाली हैं.उसने देवताओं से बीज मंत्र छीनने की योजना बनाई,सभी देवता भगवान ब्रह्मा जी के पास गए. उनसे मदद मांगी।भगवान ब्रह्मा जी ने सुप्त शैय्या में विराजमान भगवान विष्णु का आह्वान किया.भगवान विष्णु ने मत्स्य रूप धारण कर शंखासुर का वध किया. इसे ही वैकुंठ चौदस के रूप में जाना जाता है. आज के दिन अखरोट बारिश की परंपरा सदियों से चली आ रही है.
यह विशेष लोग भी थे मौजूद
मंदिर न्यास के सदस्य घनश्याम अवस्थी ने बताया कि इस बार 18 हजार अखरोटों की बारिश की गई. श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया. इस मौके पर विधायक किशोरी लाल, डीएसपी अनिल शर्मा, मेहता मुल्ख राज, मंदिर ट्रस्टी मिलाप राणा, सुरेश, रमेश चड्ढा, मुनीश शर्मा, इंद्र नंदा और बाल कृष्ण बंटी आदि उपस्थित रहे.
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FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 19:37 IST