अयोध्या: सनातन धर्म में वैसे तो साल के सभी 12 महीने बहुत खास होते हैं. सभी महीने किसी खास देवी-देवता को समर्पित होते हैं. 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के साथ कार्तिक का महीना समाप्त हो गया है. इसके बाद से हिंदू पंचांग के 9वें महीने अगहन यानी मार्गशीर्ष की शुरुआत हो गई है.मार्गशीर्ष माह में भगवान श्री कृष्ण की पूजा आराधना का विधान है. मार्गशीर्ष का महीना भगवान श्री कृष्ण को बेहद प्रिय माना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार इसी महीने से सतयुग की भी शुरुआत हुई थी. क्या आप जानते हैं कि इस महीने कितने व्रत और त्योहार मनाए जाएंगे. तो चलिए आज हम आपको इस रिपोर्ट में व्रत और त्योहार की लिस्ट बताते हैं .
दरअसल, अयोध्या के ज्योतिष पंडित कल्कि राम बताते हैं वैदिक पंचांग के अनुसार मार्गशीर्ष महीने की शुरुआत 16 नवंबर को सुबह 2. 58 बजे हो चुकी है. वहीं, इस तिथि का समापन रात 11. 50 पर होगा. उदयातिथि को देखते हुए मार्गशीर्ष महीना 16 नवंबर से होगा. इस महीने पूजा दान और व्रत का विशेष फल भी मिलता है. धार्मिक गतिविधियों के लिए यह माह आदर्श भी माना गया है इस महीने काल भैरव जयंती, विवाह पंचमी, भानु सप्तमी, धनु संक्रांति जैसे व्रत भी आते जो अपने आप में बेहद महत्वपूर्ण होते हैं .
- 16 नवंबर : वृश्चिक संक्रांति
- 18 नवंबर-गणाधिप संकष्टी चतुर्थी
- 22 नवंबर- कालभैरव जयंती
- 23 नवंबर- कालाष्टमी
- 26 नवंबर – उत्पन्ना एकादशी
- 28 नवंबर -प्रदोष व्रत
- 29 नवंबर -मासिक शिवरात्रि
- 30 नवंबर -दर्श अमावस्या
- 06 दिसंबर -विवाह पंचमी
- 07 दिसंबर -चंपा षष्ठी
- 08 दिसंबर -भानु सप्तमी
- 11 दिसंबर -गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी
- 12 दिसंबर -मत्स्य द्वादशी
- 13 दिसंबर- प्रदोष व्रत
- 14 दिसंबर -दत्तात्रेय जयंती
- 15 दिसंबर -धनु संक्रांति और मार्गशीर्ष पूर्णिमा
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FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 12:35 IST
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