शेख हसीना के देश छोड़कर भागने के बाद से वहां सबकुछ बदल गया है. मुहम्मद यूनुस की लीडरशिप वाली सरकार लगातार उनके फैसले पलट रही है. अब सरकार ने उन सभी राजनीतिक बंदियों को जेल से बाहर करने का फैसला किया है, जिन्हें शेख हसीना सरकार ने राजनीतिक प्रतिशोध के तहत जेल में डाल दिया था. सरकार इनके खिलाफ दर्ज सभी मुकदमे वापस लेगी. इससे बांग्लादेश में अराजकता फैलने की आशंका जताई जा रही है.
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने एक आदेश दिया किया है, जिसमें सभी जिलों को एक ऐसी कमेटी बनाने के लिए कहा गया है, जो इन मामलों की समीक्षा करेगी. ये समिति सभी राजनीतिक बंदियों, कार्यकर्ताओं को जेल से बाहर करने के लिए मुकदमा वापस लेने का ड्राफ्ट तैयार करेगी और उसे कोर्ट में पेश करेगी. जिला स्तरीय समिति की अध्यक्षत कलेक्टर करेंगे जबकि मजिस्ट्रेट सचिव बनाए गए हैं. इनके अलावा कमेटी में एसपी भी होंगे.
नेताओं के मुकदमे देखेगी
गृहमंत्रालय के आदेश के मुताबिक, यह समिति सबसे पहले नेताओं के मुकदमे देखेगी. उन्हें वापस लेने के लिए 31 दिसंबर तक जिला मजिस्ट्रेट के पास आवेदन देगी. 15 दिन के अंदर छानबीन कर मामला सरकार के पास भेजा जाएगा. अगर इस समिति ने सिफारिश कर दी कि नेताओं को राजनीतिक तौर पर फंसाया गया है, तो तुरंत सभी मुकदमे वापस ले लिए जाएंगे. 45 दिन के अंदर सभी मुकदमे खत्म करने का ऐलान किया गया है.
भ्रष्टाचार मामलों पर कोई सुनवाई नहीं
गृह मंत्रालय ने केंद्र स्तर पर भी एक समिति बनाई है. इसमें कानून, संसदीय कार्य मंत्रालय के सलाहकार शामिल हैं. कई विभागों के सचिव भी इसमें सदस्य बनाए गए हैं. जिला समितियों से सिफारिशें प्राप्त होने पर मंत्रालय स्तरीय समिति उनकी समीक्षा करेगी, वापसी के योग्य मामलों की पहचान करेगी तथा मामलों को वापस लेने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी. सबसे बड़ी बात भ्रष्टाचार के मामलों को छोड़कर सभी मामलों में तुरंत मुकदमे वापस ले लिए जाएंगे; जेल में बंद लोगों को तुरंत बाहर कर दिया जाएगा.
Tags: Bangladesh news, Sheikh hasina
FIRST PUBLISHED :
September 22, 2024, 18:26 IST