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Sambhal Violence: संभल में कैसे हो गई इतनी बड़ी हिंसा? पहले भी तो हुआ था सर्वे, जामा मस्जिद में मंदिर की क्या है सच्चाई
संभलः उत्तर प्रदेश के संभल जिले में शाही जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़कने से चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए, जिसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. लेकिन सवाल ये उठता है कि सर्वे के दौरान आखिर हिंसा भड़क कैसे गई? क्योंकि इससे पहले भी एक सर्वे हुआ था, तब शांतिपूर्ण तरीके से हुआ था. दरअसल, सर्वे के दौरान जब टीम मस्जिद में पहुंची तो वहां विरोध कर रहे लोग अचानक उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. इसके बाद आसपास खड़ी गाड़ियों में आग लगानी शुरू कर दी.
पथराव के दौरान पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैसे के गोले दाग दिए, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया. इस हिंसा में चार युवकों की मौत हुई है. मृतकों की पहचान नईम, बिलाल और नोमान के रूप में हुई है. तीनों की देर रात पोस्टमार्टम करने के बाद अंतिम संस्कार भी कर दिया गया. पुलिस ने कुल 21 लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं.
यह सारा विवाद तब शुरू हुआ, जब संभल जिला कोर्ट में ऋषि राज नाम के शख्स ने जिला कोर्ट में याचिका दायर करते हुए दावा किया कि शाही जामा मस्जिद हिंदू देवता के मंदिर के ऊपर बना है और इसकी सत्यता के लिए सर्वे होना चाहिए. इसके बाद जिला अदालत ने सर्वे का निर्देश दिया. पहली बार जब सर्वे हुआ तो सबकुछ शांतिपूर्ण तरीके से हो गया लेकिन जब दूसरी बार टीम सर्वे करने पहुंची तो मामला बिगड़ गया. मुस्लिम पक्ष का आरोप है कि सर्वे करने जब टीम गई तो उनके साथ कुछ लोग थे, जो जय श्रीराम के नारे लगा रहे थे. इससे मुस्लिम लड़के भी बाहर आए और बहस में मामला बिगड़ गया. मुस्लिम पक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस फिरका परस्तों के साथ मिलकर मुस्लिम युवकों पर फायरिंग की है. हालांकि इस हिंसा की सच्चाई क्या है ये जांच के जरिए ही पता चलेगा.
हिंदू पक्ष ने जो दावा किया है, उसके लिए कोर्ट में तीन सबूत दिए हैं, जिसमें दो किताब और एक रिपोर्ट है. हिंदू पक्ष ने बाबरनाम और आईन-ए-अकबर की किताब का हवाला दिया है और एएसआई रिपोर्ट को भी अपने दावे का आधार बताया है. संभल में जामा मस्जिद पर हुए बवाल को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है. इस हिंसा के बाद समाजवादी पार्टी मौजूदा योगी सरकार पर लगातार हमला कर रही है. हिंसा के आरोपियों पर एनएसए के तहत कार्रवाई होगी.
Tags: Sambhal News
FIRST PUBLISHED :
November 25, 2024, 08:33 IST