अमेठी में तैयार गुलाब की खेती
आदित्य कृष्ण/ अमेठी: वर्तमान समय में गर्मियां जा रही हैं और सर्दी आ रही है, ऐसे में सर्दियों में हम अपनी फसल को लेकर चिंतित होते हैं. अमेठी जनपद में भी कई किसान बड़े पैमाने पर फूलों की खेती कर रहे हैं .तो फूलों की खेती में उन्हें कुछ जागरूकता की जरूरत है. जागरूकता का अभाव उनके लिए नुकसान का कारण बन सकता है. ऐसे में एक्सपर्ट ने उन्हें सलाह दी है कि सर्दियों के मौसम में कैसे हम अपने फूलों की खेती का ध्यान रखकर उसको नुकसान से बचा सकते हैं.
इन उपायों का करें प्रयोग नहीं होगा नुकसान
पहला उपाय ग्रीन नेट का है. ग्रीन नेट का इस्तेमाल कर हम सर्दियों के मौसम में आसपास फूलों को कवर कर सकते हैं. ग्रीन नेट के जरिए फूलों को जब कवर किया जाएगा, तो उसमें पाले और अन्य चीजों का प्रकोप नहीं पड़ेगा.
बांस पर जूट के बोरे का प्रयोग
दूसरा सबसे अच्छा तरीका हमारा है कि हम बांस की फट्ठी बनाकर उसी पर जूट के बोरे डालकर उसे रस्सी से से बांध दें जूट के बोरे गर्म होते हैं जिसके कारण सर्दियों में टेंपरेचर मेंटेन रहेगा और इस पर सर्दियों का असर नहीं पड़ेगा.
ठंड में पौधों को वैसे तो पानी की आवश्यकता कम होती है, लेकिन पौधे सूखे न इसके लिए सुबह और शाम आवश्यकता अनुसार गर्म पानी देते रहें, बहुत ठंडा पानी देने से पौधों में सिकुड़न और सूखने का डर रहता है. इसलिए ठंडे पानी से बचाव ही करें तो बेहतर है.
रासायनिक खादों का प्रयोग पौधों में बिल्कुल ना करें. क्योंकि इसमें केमिकल की मात्रा ज्यादा होती है. ऐसे में पौधों को सूखने का नुकसान ज्यादा हो जाता है. रासायनिक खादों के बजाय हम जैविक खाद जिसमें गोबर की खाद, केंचुए की खाद का प्रयोग करें तो फूल हमारे हरे भरे रहेंगे और हमें ज्यादा पैदावार देंगे.
किसानों को किया जाता है जागरूक
उद्यान विभाग के वरिष्ठ एक्सपर्ट संजय यादव बताते हैं कि फूलों की खेती किसान बड़े पैमाने पर कर रहे हैं किसानों को यहां से जागरूकता के लिए समय-समय पर जागरूक किया जाता है. इसके साथ ही किसान जो बातें हैं उनका अगर विशेष ध्यान रखेंगे, तो नुकसान से बच जाएंगे. उन्होंने कहा कि किसानों को खेती में कोई दिक्कत ना हो, इसके लिए उन्हें काइनडीवीटी के माध्यम से अनुदान भी दिया जाता है.
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FIRST PUBLISHED :
November 21, 2024, 13:09 IST