अब सहरसा में खुलेगा मखाना संबंधित उद्योग
मो. सरफराज आलम/सहरसा: कोसी क्षेत्र में मखाना की खेती प्रमुख रूप से की जाती है, लेकिन मखाना से संबंधित उद्योगों की कमी के कारण किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. हालांकि, अब किसानों के लिए राहत की खबर है. सहरसा जिले के बैजनाथपुर स्थित पेपर मिल परिसर में मखाना प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना की जा रही है, जिससे स्थानीय किसानों को बड़ी सहूलियत मिलेगी.
4 करोड़ की लागत से बनेगा प्रोसेसिंग प्लांट
इस प्लांट की स्थापना जीविका द्वारा की जा रही है, जिसकी जानकारी मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी हिमांशु शर्मा ने दी. उन्होंने बताया कि बैजनाथपुर के पेपर मिल परिसर में करीब 4 करोड़ रुपए की लागत से एक एकड़ जमीन पर मखाना और जिंक युक्त गेहूं के साथ मल्टीग्रेन आटा तैयार करने के लिए एक आटा प्रसंस्करण यूनिट स्थापित की जा रही है. इस प्लांट के खुलने से न सिर्फ किसानों को बेहतर अवसर मिलेंगे, बल्कि कई लोगों को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे.
मखाना से बने कई उत्पाद होंगे बाजार में उपलब्ध
इस उद्योग में मखाना से कई तरह के उत्पाद तैयार किए जाएंगे, जिन्हें बाजार में उतारा जाएगा. साथ ही, मोटे अनाज से मल्टीग्रेन आटा भी तैयार किया जाएगा, जिसे जीविका मार्केट में लॉन्च करेगी. इससे न केवल स्थानीय किसानों को लाभ मिलेगा, बल्कि मखाना और मोटे अनाज की खेती को भी प्रोत्साहन मिलेगा.
किसानों के लिए होगा बड़ा फायदा
सहरसा जिले में मखाना से संबंधित उद्योग न होने के कारण किसानों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था, लेकिन अब इस प्लांट की स्थापना के बाद उन्हें मखाना के उत्पादन और बिक्री में सहायता मिलेगी. किसानों को अपने उत्पाद को सही कीमत पर बेचने का अवसर मिलेगा और उनकी आय में भी वृद्धि होगी.
नए रोजगार के अवसर
यह प्लांट न केवल किसानों के लिए लाभदायक होगा, बल्कि इससे कई लोगों को रोजगार भी मिलेगा. स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र के विकास में योगदान मिलेगा. सहरसा में मखाना प्रोसेसिंग प्लांट की स्थापना से किसानों और स्थानीय लोगों को काफी फायदा होगा और मखाना उद्योग को भी बढ़ावा मिलेगा.
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FIRST PUBLISHED :
October 7, 2024, 11:59 IST