सालों बाद आप जो हो जाएंगे, उसी शख्स से कर पाएंगे आज ही बात

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फर्ज कीजिए आप खुद से ही बात कर रहे हों. लेकिन जिससे आप बात कर रहे हों, वह आपका अक्स या छवि नहीं बल्कि वह शख्स हो जो आप  60 या 70 साल की उम्र के हो जाएंगे. यानी वह आपके ही भविष्य का संस्करण हो! ये एआई की तकनीक से संभव भी होगा. आज की तकनीकियों की संभावना देखते हुए यह शायद आपको अजीब ना लगे, लेकिन अजीब बात ये है कि वैज्ञानिक ऐसा आम लोगों के लिए नहीं बल्कि खुद के ही लिए करना चाहते हैं और इसकी बाकायदा गंभीरता से तैयारी कर रहे हैं.

साइंटिस्ट की कोशिश अगर कामयाब हुई, जिसकी उन्हें काफी उम्मीद है,  तो इंसान जल्द ही अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए अपने भविष्य के संस्करण से बात करने के काबिल हो जाएगा. तो हैरान ना हों कि कुछ समय बाद कोई आपसे कहे कि उसके ही  सफ़ेद बालों और अतिरिक्त झुर्रियों वाले स्वरूप ने आज उसे ज्ञान और अनुभव की बात बताई. अमेरिका में कुछ वैज्ञानिकों ने ऐसा करने का एक तरीका निकाला है.

मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के शोधकर्ताओं ने “फ्यूचर यू” नामक एक एआई सिस्टम बनाया है जो किसी व्यक्ति की “सिंथेटिक मेमोरी” बनाता है ताकि किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत गुणों को दोहराने की कोशिश की जा सके.

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यह सब एआई तकनीक से संभव किया जाएगा. (प्रतीकात्मक तस्वीर: Canva)

उम्मीद है कि यह एक “यथार्थवादी” बातचीत को फिर से बनाएगा जो ऐसा लगेगा जैसे कंप्यूटर सिस्टम आपके व्यक्तित्व को अपना रहा है. सॉफ़्टवेयर 60 वर्ष की आयु के किसी व्यक्ति का एक संस्करण बनाता है, जो भविष्य में जीवन कैसा हो सकता है, साथ ही सलाह और जीवन के दृष्टिकोण के बारे में जानकारी देने का काम करता है.

साइंस डेली ने बताया कि एक प्रारंभिक अध्ययन में पाया गया कि “लगभग आधे घंटे तक भविष्य के आप के साथ बातचीत करने के बाद, लोगों ने चिंता में कमी की और अपने भविष्य के स्वयं के साथ जुड़ाव की एक मजबूत भावना महसूस की”.

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यह पहला अध्ययन है जो उपयोगकर्ताओं की भविष्य की आत्म-निरंतरता और भलाई को बेहतर बनाने के लिए व्यक्तिगत AI-जनरेटेड पात्रों के उपयोग को सफलतापूर्वक प्रदर्शित करता है. शोधकर्ताओं का कहना है कि एआई एक प्रकार की टाइम मशीन हो सकती है.

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FIRST PUBLISHED :

October 5, 2024, 08:51 IST

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