काहिरा: सूडान की सेना के खिलाफ लड़ने वाले एक अर्धसैनिक समूह ने ओमडुरमैन शहर में एक बाजार में हमला किया जिसमें 54 लोग मारे गए। स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शनिवार को सबरीन मार्केट में ‘रैपिड सपोर्ट फोर्स’ (आरएसएफ) द्वारा किए गए हमले में कम से कम 158 अन्य लोग घायल हो गए।
हताहतों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल
आरएसएफ की ओर से इस संबंध में तत्काल कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है। संस्कृति मंत्री एवं सरकार के प्रवक्ता खालिद अल-अलीसिर ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि हताहत हुए लोगों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हमले से ‘‘निजी और सार्वजनिक संपत्तियों को व्यापक रूप से नुकसान पहुंचा है।’’
हमले की निंदा
सूडान के ‘डॉक्टर्स सिंडिकेट’ ने आरएसएफ के हमले की निंदा की। इसने कहा कि एक गोला अल-नव अस्पताल से कुछ मीटर की दूरी पर गिरा, जहां बाजार में सबसे ज्यादा लोग हताहत हुए। इसने कहा कि अस्पताल में लाए गए ज्यादातर शव महिलाओं और बच्चों के है। साथ ही इसने कहा कि अस्पताल में चिकित्सा दलों, विशेषकर सर्जन और नर्सों की भारी कमी है।
अप्रैल, 2023 से सूडान में संघर्ष
सूडान में संघर्ष अप्रैल, 2023 में शुरू हुआ था जब सेना और आरएसएफ के सदस्यों के बीच तनाव राजधानी खार्तूम और विशाल पूर्वोत्तर अफ्रीकी देश के अन्य शहरों में लड़ाई में बदल गया था। पिछले सप्ताह, दारफुर के पश्चिमी क्षेत्र शहर एल फशेर के एकमात्र अस्पताल पर आरएसएफ के हमले में लगभग 70 लोग मारे गए थे। अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय ने कहा कि वह कथित युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों की जांच कर रहा है और बाइडन प्रशासन ने आरएसएफ और उसके समर्थकों पर युद्ध में नरसंहार करने का आरोप लगाया है।
सोशल मीडिया पर अस्थायी प्रतिबंध
सूडान में दक्षिण सूडानी नागरिकों के खिलाफ जारी हिंसा से संबंधित वीडियो सामग्री के प्रसार पर चिंताओं का हवाला देते हुए, दक्षिण सूडान के अधिकारियों ने 30 दिनों के लिए सोशल मीडिया पर रोक भी लगा दी है। इस रोक को 90 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है। जनता की सुरक्षा के लिए इसे जरूरी कदम बताया गया है। एनसीए ने कहा "स्थिति नियंत्रित होते ही प्रतिबंध हटाया जा सकता है। गेजिरा राज्य में स्थानीय लड़ाकों द्वारा दक्षिण सूडानियों की हत्या किए जाने संबंधी वीडियो फुटेज सामने आने से दक्षिण सूडान के लोगों में नाराजगी है। अफ्रीकी संघ आयोग के अध्यक्ष मूसा फाकी महामत ने सूडान में "दक्षिण सूडानी नागरिकों की क्रूर हत्याओं" की निंदा की और लोगों से संयम बरतने का आग्रह किया। सूडान में जारी गृहयुद्ध ने अकाल और विश्व के अब तक के सबसे बड़े विस्थापन का संकट पैदा कर दिया है।