Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:January 31, 2025, 07:06 IST
Jaipur News: राजस्थान में सूर्य सप्तमी के मौके पर स्कूलों में प्रस्तावित सूर्य नमस्कार के आयोजन पर सूबे की राजनीति में गदर मच गया है. कांग्रेस और मुस्लिम संगठनों ने भजनलाल सरकार के इस आयोजन का जबर्दस्त विरोध जत...और पढ़ें
हाइलाइट्स
- 3 फरवरी को राजस्थान में सूर्य नमस्कार का आयोजन होगा।
- कांग्रेस और मुस्लिम संगठनों ने आयोजन का विरोध किया।
- सरकार ने सूर्य नमस्कार को अनिवार्य किया है।
जयपुर. राजस्थान में सूर्य सप्तमी पर से पहले सूर्य नमस्कार को लेकर फिर बखेड़ा हो गया है. भजनलाल सरकार ने सूर्य सप्तमी से एक दिन पहले स्कूलों में सूर्य नमस्कार अनिवार्य किया है. तीन फरवरी को सभी स्कूलों में सामूहिक रूप से सूर्य नमस्कार किया जाएगा. लेकिन मुस्लिम संगठनों ने सरकार के इस फैसले को संविधान विरोधी करार दिया। है. उनका कहना है कि मुस्लिम छात्र इसमें भाग नहीं लेंगे. विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भी इसका विरोध किया है. अब यह आयोजन सूबे की सियासत में जंग का ‘अखाड़ा’ बन गया है.
राजस्थान में सूर्य सप्तमी से एक दिन पहले तीन फरवरी को इस बार सभी स्कूलों में एक साथ सूर्य नमस्कार किया जाएगा. सूर्य सप्तमी को ऐतिहासिक बनाने के लिए शिक्षा विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली है. सूर्य सप्तमी के अवसर पर प्रदेश के 78 हजार से ज्यादा सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में एक साथ सूर्य नमस्कार किया जाएगा. पिछले साल सूर्य सप्तमी पर 1.33 करोड़ विद्यार्थियों ने सूर्य नमस्कार किया था. इस बार पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ने का प्रयास किया जाएगा. सूर्य सप्तमी के बाद स्कूल में नियमित रूप से सूर्य नमस्कार कराने की भी प्लानिंग है. शिक्षा मंत्री ने कहा है कि इसे अनिवार्य किया जाएगा.
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मंत्री का तर्क-सूर्य सप्तमी हर साल मनाने का फैसला लिया हुआ है
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि सूर्य नमस्कार भारतीय परंपरा से जुड़ा एक अहम हिस्सा है. प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि मन-मष्तिष्क भी शांत रहता है. उन्होंने सूर्य नमस्कार में एक बार फिर विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए आमजन से भी आयोजन का हिस्सा बनाने की अपील की है. दिलावर ने कहा कि सूर्य सप्तमी हर साल मनाने का फैसला लिया हुआ है. इस बार सूर्य सप्तमी 4 फरवरी को आ रही है. उसकी तैयारी के लिए मंथन किया गया. लेकिन 4 फरवरी को भगवान देवनारायण की जयंती होने के चलते स्कूलों में अवकाश रहेगा. इसलिए 3 फरवरी को सुबह 10:15 बजे सूर्य सप्तमी मनाना तय किया है. इसमें विद्यालय में अध्ययन करने वाले सभी बालक-बालिकाओं, विद्यालय परिवार के सदस्य शिक्षक और मंत्रालयिक कर्मचारियों को कम से कम सात-सात सूर्य नमस्कार करने के निर्देश दिए गए हैं.
डोटासरा बोले-आरएसएस का एजेंडा चला रहे हैं
कांग्रेस ने इस आयोजन का विरोध किया है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने शिक्षा मंत्री दिलावर पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको पढ़ाने से मतलब नहीं है. आरएसएस का एजेंडा चला रहे हैं ख़ुद को और आरएसएस दोनों को एक्सपोज कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने नसीहत दी की शिक्षा के क्षेत्र में कुछ नया करना चाहिए. नया क्या कर सकते हैं इस बात पर ध्यान देना चाहिए. इस दौरान उन्होंने कहा बाकी जवाब शिक्षा मंत्री और बीजेपी को विधानसभा में दिया जाएगा. हम सभी उत्साहित हैं उनको जवाब देने के लिए.
मुस्लिम संगठन बोले-इसे अनिवार्य नहीं किया जा सकता
उधर मुस्लिम संगठन ने इसका विरोध जताया है. उन्होंने इसे अंवैधानिक और अनुचित बताया है. सभी मुस्लिम धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने संयुक्त रूप से सरकार के इस फैसले का विरोध करने का निर्णय लिया है. राजस्थान मुस्लिम फोरम के मोहम्मद नाजीमुद्दीन ने हाईकोर्ट के आदेश का हवाला दिया कि इसे अनिवार्य नहीं किया जा सकता. ये स्वैच्छिक होगा. इस आदेश को उन्होंने संविधान के विरुद्ध बताया है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम बच्चे इसे नहीं करेंगे.
3 फरवरी को राजस्थान में नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है
सरकार 3 फरवरी को सूर्य नमस्कार का नया रिकॉर्ड बनाने जा रही है. राजस्थान के सभी सरकारी और निजी स्कूल में करोड़ों बच्चे एक साथ सूर्य नमस्कार करेंगे. लेकिन सूर्य नमस्कार अब जंग का अखाड़ा भी बन चुका है. मुस्लिम संगठन और कांग्रेस इसका विरोध कर रहे. लेकिन इन सबके बीच में 3 फरवरी को राजस्थान में नया रिकॉर्ड बनने जा रहा है.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
January 31, 2025, 07:06 IST