लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को 'संविधान दिवस' की बधाई देते हुए कहा कि भारत का संविधान जिन स्तंभों पर स्थित है, उसका आधार ही संवाद है. सीएम ने आगामी महाकुंभ-2025 को लेकर सरकार के कार्यों, प्रयासों की विस्तृत जानकारी देते हुए यूपी में साढ़े सात वर्ष में हुए सकारात्मक बदलाव की भी चर्चा की. सीएम ने कहा कि स्वच्छ कुंभ के साथ डिजिटल कुंभ के भी दर्शन होंगे.
सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज कुंभ की बात करें तो लगता था कि हम सबने कुंभ को गंदगी, भगदड़ और अव्यवस्था का पर्याय बना दिया था. कुंभ मेले के प्रभारी मंत्री का दायित्व भी ऐसे लोगों को दिया जाता था, जिन लोगों में श्रद्धा, परंपरा, संस्कृति व विरासत के प्रति सम्मान नहीं था. हमने विरासत के प्रति सम्मान, श्रद्धा का भाव रखा. प्रयागराज कुंभ की व्यवस्था को देखकर पीएम मोदी की प्रेरणा से 2019 में यूनेस्को ने मानवता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर के रूप में कुंभ को मान्यता दी है.
उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा. 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा का स्नान होगा. 14 जनवरी को मकर संक्रांति का शाही स्नान होगा. 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, 3 फरवरी बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा व 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का स्नान होगा. दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक आयोजन में से एक प्रयागराज कुंभ का आयोजन इस बार 45 दिन का होगा.
सीएम ने महाकुंभ-2025 को लेकर सरकार की तैयारियों पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि केंद्र व राज्य सरकार मिलकर कार्य कर रही है. 2019 कुंभ में 23-24 करोड़ श्रद्धालु आए थे. इस बार 45 दिन में 35-40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है. वायु, रेल के साथ ही सड़क मार्ग के जरिए प्रयागराज फोर व सिक्स लेन से जुड़ सके. इसकी तैयारी भी युद्ध स्तर पर चल रही है. कुंभ के क्षेत्रफल में भी विस्तार किया गया है. 2019 कुंभ का क्षेत्रफल 3,200 हेक्टेयर था, 2025 महाकुंभ का क्षेत्रफल 4,000 हेक्टेयर में होगा. इसे 25 सेक्टर में विभाजित किया गया है. इसके अलावा पार्किंग की भी सुविधा होगी.
उन्होंने कहा कि सरकार इंतजाम कर रही है कि संगम तट तक पहुंचने के लिए डेढ़-दो किमी. से अधिक की यात्रा न करनी पड़े. सरकार ने अलग-अलग रूट पर 1,850 हेक्टेयर से अधिक में पार्किंग स्थल चिह्नित किया है. यह स्थल संगम तट से दो से पांच किमी. के दायरे में होंगे. वहां से इलेक्ट्रॉनिक, परिवहन निगम के 7,000 बस से कुंभ स्थल तक लाने की व्यवस्था होगी.
सीएम योगी ने बताया कि 2019 कुंभ में 9 रोड फ्लाईओवर व 6 अंडरपास बनाए गए थे. इस बार 14 रोड ओवरब्रिज का निर्माण हो रहा है. गत कुंभ में चार पक्के घाट थे, महाकुंभ में 9 पक्के स्नान घाट बनाए जा रहे हैं. इन पर युद्ध स्तर पर कार्य चल रहा है. 30 नवंबर तक इन कार्यों को संपन्न कर लिया जाएगा. रिवर फ्रंट का भी निर्माण हो रहा है. 2019 में अस्थायी घाट 8 किमी. के थे, इस बार 12 किमी. के होंगे. इस बार 550 शटल बस लगाई जाएंगी. बस स्टैंड भी सात स्थान पर बनाए गए हैं. सड़क चौड़ीकरण के दृष्दिगत सिंगल लेन को डबल लेन, टू लेन की सड़क फोर, फोर लेन को सिक्स लेन बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है.
सीएम योगी ने कहा कि 2014 के पहले गंगा की पहचान गांगेय डॉल्फिन थी, वह समाप्त हो गई थी. अब फिर से वह देखने को मिली थी. अब कोई भी ड्रेनेज, सीवर गंगा जी में नहीं जाएगा. श्रद्धालुओं को अविरल व निर्मल गंगा के दर्शन होंगे. स्वास्थ्य सेवाओं के लिए अस्थायी रूप से नए हॉस्पिटल का निर्माण कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. गवर्नमेंट हॉस्पिटल व मेडिकल कॉलेज को विशेष रूप से तैयार किया गया है. 2019 के कुंभ में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज की पुख्ता व्यवस्था की गई थी. उस समय 1.14 लाख शौचालय बनाए थे. इसकी नियमित सफाई होती थी. 2025 महाकुंभ में डेढ़ लाख शौचालय बनाए जा रहे हैं. स्वच्छ कुंभ के साथ डिजिटल कुंभ के भी दर्शन होंगे. डिजिटल स्वच्छता, सुरक्षा, डिजिटल पार्किंग व कुंभ की पूरी मैपिंग डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मिलेगी.
सीएम योगी ने बताया कि गत वर्ष 80 हजार श्रद्धालुओं व संस्थाओं के लिए टेंट की व्यवस्था थी. इस बार यह बढ़कर दोगुनी यानी 1.60 लाख हो गई है. कार्बन उत्सर्जन न हो, इसकी भी पुख्ता व्यवस्था की जा रही है. पिछले कुंभ में 40,700 एलईडी स्ट्रीट लाइट लगी थी, इस बार लगभग 67,000 एलईडी, 2,000 सोलर हाइब्रिड स्ट्रीट लाइट व दो नए विद्युत सब स्टेशन लगाए जा रहे हैं. शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए 1,249 किमी. पेयजल पाइप लाइन, 200 वॉटर एटीएम और 85 नलकूप स्थापित करने की कार्रवाई चल रही है. प्रयागराज महाकुंभ विरासत, विकास व भारत की सनातन धर्म की परंपरा को नई पहचान देने का नया अभियान होगा.
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