नई दिल्ली. अगर आप किसी इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी आईपीओ (IPO) में निवेश के जरिए पैसा कमाने की सोच रहे हैं तो आपके लिए काम की खबर हो सकती है. दरअसल, हेल्थ सेक्टर की दो बड़ी कंपनियां शेयर मार्केट में दस्तक देने वाली है. निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (Niva Bupa Health Insurance) और पारस हेल्थकेयर लिमिटेड (Paras Healthcare) को आईपीओ के जरिए फंड जुटाने के लिए सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) की मंजूरी मिल गई है.
बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड हेल्थ इंश्योरेंस सेक्टर में काम करती है, जबकि पारस हेल्थकेयर लिमिटेड ‘पारस हेल्थ’ ब्रांड के तहत अस्पताल चेन चलाती है. दोनों कंपनियों ने जुलाई-अगस्त के दौरान सेबी के पास आईपीओ के लिए आवेदन किया था.
3,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है निवा बूपा
निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी की नए शेयर जारी कर और ओएफएस के जरिए 3,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. निवा बूपा हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी बूपा ग्रुप (यूके स्थित हेल्थकेयर सर्विसेज एक्सपर्ट) और फेटल टोन एलएलपी के बीच एक ज्वाइंट वेंचर है. डीआरएचपी के अनुसार, बूपा सिंगापुर होल्डिंग्स पीटीई के पास निवा बूपा में 62.27 फीसदी हिस्सेदारी है और शेष शेयर फेटल टोन एलएलपी (27.86 फीसदी हिस्सेदारी) सहित पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास हैं.
400 करोड़ रुपये जुटाना चाह रही है पारस हेल्थकेयर
पारस हेल्थकेयर आईपीओ से 400 करोड़ रुपये तक जुटाना चाह रही है. पारस हेल्थकेयर में ग्लोबल प्राइवेट इक्विटी फर्म Creador का निवेश है. गुरुग्राम स्थित हेल्थकेयर प्रोवाइडर में धर्मिंदर कुमार नागर और कॉमेलिना (Creador की सहयोगी) के पास 75.32 फीसदी और 24.68 फीसदी हिस्सेदारी है. पारस हेल्थकेयर 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 2135 बेड के साथ पारस हेल्थ ब्रांड के तहत 8 अस्पतालों को ऑपरेट करती है.
(Disclaimer: आईपीओ में किया गया निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. अगर आप इसमें पैसा लगाना चाहते हैं तो पहले सर्टिफाइड इनवेस्टमेंट एडवायजर से परामर्श कर लें. आपके किसी भी तरह की लाभ या हानि के लिए लिए News18 जिम्मेदार नहीं होगा.)
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FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 19:53 IST