निधि देसाई, वडोदरा: वडोदरा जिले के नंदेसरी क्षेत्र में 2015 से दीप ज्योति महिला सहकारी क्रेडिट सोसाइटी (डीजेएमसीएस) आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद कर रही है. इस सोसाइटी की मदद से इस गांव की 7 महिलाओं ने 10वीं बोर्ड परीक्षा पास की है. अब ये महिलाएं 12वीं की तैयारी कर रही हैं. इसके अलावा, ये महिलाएं चाय की दुकान, डेयरी और अन्य छोटे कारोबार करके अपनी आजीविका कमा रही हैं, जिनमें से कुछ महिलाएं हर महीने 60 हजार रुपये तक कमाती हैं. दीप ज्योति महिमा क्रेडिट सोसाइटी को शुरू करने के लिए दीपक फाउंडेशन ने 4 लाख रुपये की राशि दी थी.
स्कूल छोड़ने के 20 साल बाद 10वीं की परीक्षा पास की
निर्बेन सोमभाई गोहिल कहती हैं, “मैं 35 साल से चाय बेच रही हूं, लेकिन दीप ज्योति क्रेडिट सोसाइटी ने मुझे बहुत मदद की. उन्होंने मुझे ऋण दिया, जिससे मैं नंदेसरी के 22 कंपनियों को चाय भेज रही हूं और हर महीने 60 हजार रुपये कमा रही हूं. पहले मैं 8वीं पास थी, लेकिन इस संस्था के प्रोत्साहन से 20 साल बाद मैंने 10वीं की परीक्षा दी और पास की. भविष्य में मेरी योजना चाय की दुकान को और बढ़ाने की है.”
बचत मंडल को बैंक में बदलने का प्रयास
गीताबेन गोहिल बताती हैं, “मैं 2015 से दीप ज्योति सहकारी बैंक में मंत्री हूं. हमने संस्था की मदद से बचत मंडल से अपना खुद का बैंक शुरू किया है, जिसमें 2500 महिलाएं जुड़ी हुई हैं. यहां हम अपनी बचत करते हैं और अपने कारोबार को आगे बढ़ाते हैं. हमें यहां विभिन्न कौशल प्रशिक्षण भी दिए जाते हैं.”
संस्था के प्रोत्साहन से बनीं डेयरी मंत्री
बेन गोहिल कहती हैं, “मैं 2002 से संत केवाल सखी मंडल में थी. इसके बाद, हमने बारोडा डेयरी और दीपक फाउंडेशन की मदद से अपनी खुद की डेयरी शुरू की, जिसमें 13 लोग शामिल हैं. 2012 से मैं डेयरी की मंत्री हूं और अब मैं 12वीं की परीक्षा की तैयारी भी कर रही हूं. हमारी डेयरी का उत्पादन 300 लीटर दूध प्रति दिन है, जिससे हमारी मासिक आय 5 लाख रुपये है.”
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FIRST PUBLISHED :
November 22, 2024, 16:40 IST