NEET Student Story, Sadhvi News: बेटी के जब दसवीं में 75% नंबर आए तो घर वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. इसके बाद उसने इंटरमीडिएट में 85% पाए तो घरवाले गर्व जताने लगे. अब लड़की को नीट की तैयारी करनी थी और डॉक्टर बनकर परिवार का नाम रौशन करना था. अभी महज 21 साल की उम्र में कई बड़े सपने देखे, लेकिन अचानक नीट की तैयारी करते करते उसने ऐसा फैसला लिया कि घर परिवार के लोग सन्न रह गए.
Kanishka Jain Story: यह कहानी है राजस्थान की कनिष्का जैन की. उनका परिवार भरतपुर जिले की कुम्हेर कस्बे का रहने वाला है. अब वर्तमान में उनकी फैमिली अलवर के बड़ोदामेव में रहती है. कनिष्का जैन ने 10वीं की परीक्षा में 75% और 12वीं में साइंस स्ट्रीम से 85% अंक पाए थे. अब वह डॉक्टर बनना चाहती थी. लिहाजा नीट परीक्षा की तैयारी में जुटी थी, लेकिन नीट की तैयारी करते करते उसे ऐसा ख्याल आया कि उसका फैसला सुनकर हर कोई सन्न रह गया. महज 21 साल की इस लड़की ने सांसारिक जीवन से संन्यास लेकर साध्वी बनने का निर्णय लिया.
पहले परिवार ने किया विरोध
पढ़ाई में हमेशा अव्वल रहने वाली कनिष्का जैन ने जब साध्वी बनने का फैसला सुनाया, तो हर कोई परेशान हो गया. जिन आंखों ने अपनी बेटी को डॉक्टर बनाने के ख्वाब देखे वो कुछ देर के लिए ठहर सी गईं. घरवालों ने उसके इस निर्णय का खुलकर विरोध किया, लेकिन कनिष्का जैन ने सबको समझाया. कनिष्का के मुताबिक नीट की तैयारी के दौरान उन्होंने महेंद्र मुनि का एक व्याख्यान देखा. वह इससे इतना प्रभावित हो गईं कि उन्होंने दीक्षा लेने का संकल्प ले लिया. पहले तो परिजनों ने इसका विरोध किया, लेकिन बाद में कनिष्का की इच्छा शक्ति के आगे सबने हार मान ली.
11 दिसंबर को ले लेंगी दीक्षा
कभी डॉक्टर बनने का ख्वाब देखने वाली कनिष्का 11 दिसंबर को जोधपुर आचार्य भगवंत हीराचंद महाराज के सानिध्य में दीक्षा लेंगी. कनिष्का की मां ने मीडिया से बातचीत में बताया पहले तो उन्होंने अपनी बेटी को दीक्षा लेने से मना किया था, लेकिन उसका झुकाव आध्यात्म की ओर देखकर उन्होंने सहमति दे दी. अब धूमधाम से उनके दीक्षा कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है.
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FIRST PUBLISHED :
December 3, 2024, 15:55 IST