Agency:Local18
Last Updated:February 11, 2025, 14:08 IST
दिल्ली चुनाव में AAP को हार का सामना करना पड़ा. पटपड़गंज के निवासियों ने पानी के भारी बिलों पर नाराजगी जताई. AAP के वादे के बावजूद बिल माफ नहीं हुए, जिससे लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं.
पीड़ितों ने सुनाया दर्द
हाइलाइट्स
- AAP के वादे के बावजूद पानी के बिल माफ नहीं हुए
- लोगों को भारी पानी के बिल चुकाने को मजबूर होना पड़ा
- बिल माफ होने की गारंटी पर जनता ने खुद को ठगा महसूस किया
नई दिल्ली: दिल्ली चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव खत्म होते ही अब जनता खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रही है. पटपड़गंज इलाके के कई निवासियों ने पानी के भारी-भरकम बिलों को लेकर खुद को ठगा हुआ महसूस किया है.
AAP सरकार ने दिल्लीवासियों को 20,000 लीटर मुफ्त पानी देने की घोषणा की थी, जिसके चलते कई लोगों ने अपने पानी के बिल नहीं भरे. जब भी कोई बिल आता, तो स्थानीय लोग AAP के पटपड़गंज कार्यालय जाते, जहां पार्टी कार्यकर्ता उनके बिल फाड़कर उन्हें भरोसा दिलाते थे कि सरकार इसे माफ कर देगी. लेकिन चुनाव के बाद जब लोग जल बोर्ड पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि उनके बिलों की राशि लाखों में पहुंच चुकी है.
बढ़ते पानी के बिल से जनता परेशान
पटपड़गंज के तुलाराम गौड़ ने बताया कि उन्होंने अपने घर में नया मीटर लगवाया था और संबंधित दस्तावेज जल बोर्ड में जमा कर दिए थे. लेकिन जब नया बिल आया, तो उसमें पुराने मीटर के बकाया राशि को भी जोड़ दिया गया, जिससे कुल ₹2 लाख का बिल बन गया. जब वे दोबारा AAP कार्यालय पहुंचे, तो वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने फिर से उनका बिल फाड़ दिया और कहा कि चिंता की कोई बात नहीं, सरकार इसे माफ कर देगी.
2 लाख का बिल चुकाने को मजबूर
लेकिन जब उनका बिल ₹2 लाख से ज्यादा हो गया, तब उन्होंने जल बोर्ड से संपर्क किया, जहां अधिकारियों ने साफ कहा कि यह बिल उन्हें भरना ही पड़ेगा, अन्यथा उस पर 5% ब्याज लगेगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी. तुलाराम के पास कोई नियमित आय का स्रोत नहीं है और अब वह ₹2 लाख का बिल चुकाने को मजबूर हैं.
‘बिल माफ होगा’ कहकर कार्यकर्ताओं ने लोगों को किया गुमराह
पटपड़गंज के सादर सिंह थपलियाल और उनकी पत्नी का भी यही हाल हुआ. चूंकि वे दो लोग ही घर में रहते हैं, इसलिए उन्हें लगा कि वे आसानी से 20,000 लीटर मुफ्त पानी योजना का लाभ उठा रहे हैं. लेकिन जब बिल आने लगा और वे AAP कार्यालय गए, तो कार्यकर्ताओं ने उनसे कहा कि बिल को फाड़कर फेंक दो, सरकार सब माफ कर देगी.
कुछ दिनों बाद जल बोर्ड के अधिकारी उनके घर पहुंचे और बताया कि उनका बिल ₹80,000 हो चुका है और उस पर ब्याज लग रहा है. मजबूर होकर उन्होंने अपनी सोसाइटी से कर्ज लिया और पूरा बिल चुकाया. अब उन्हें एहसास हो रहा है कि वे AAP की गारंटी पर भरोसा करके ठगा गया महसूस कर रहे हैं.
बिल के चक्कर में कर्ज लेने को मजबूर लोग
पटपड़गंज के नीरा दत्त तिवारी का पानी का बिल भी ₹80,000 तक पहुंच चुका है. उन्होंने भी AAP कार्यालय जाकर शिकायत की थी, लेकिन जब उन्हें समझ आया कि कोई राहत नहीं मिलने वाली, तो अब वे सोच रहे हैं कि यह भारी-भरकम राशि कहां से भरी जाए.
बिजनेसमैन और व्यापारी भी परेशान
पटपड़गंज के आदेश गुप्ता ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर में व्यापारियों की भी हालत खराब है. पहले कमर्शियल बिजली यूनिट ₹8 थी, लेकिन अब यह ₹70 हो गई है, जिससे कई व्यापारी परेशान हैं. उन्होंने कहा कि इसी वजह से लोगों ने सरकार बदलने का फैसला लिया.
AAP सरकार से नाराज जनता
बढ़ते पानी और बिजली के बिलों ने पटपड़गंज के लोगों को निराश कर दिया है. चुनाव के दौरान ‘बिल माफ’ किए जाने के दावे किए गए थे, लेकिन अब जब जनता को असलियत पता चली, तो वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.
First Published :
February 11, 2025, 14:08 IST