2500 का एक मुर्गा, सोनपुर पशु मेले में छा गया जापानी नस्ल का चिकेन

5 hours ago 1

X

प्रतीकात्मक

प्रतीकात्मक तस्वीर 

सोनपुर. बिहार के सोनपुर में आयोजित एशिया के सबसे बड़े पशु मेले में इन दिनों एक ऐसे चिकेन की चर्चा सुर्खियों में है, जिसकी कीमत 4500 से 5 हजार रुपए प्रति किलो तक बताई जा रही है. मेले के पक्षी बाज़ार में पक्षियों की विभिन्न प्रजातियों के साथ सौदेबाज़ी के लिए पहुंचे दुकानदार “परदेसी” बताते हैं कि उनके जखीरे में चिकेन की एक ऐसी ब्रीड भी शामिल है, जिसका ओरिजिन जापान में हुआ है.

सिल्क की तरह मुलायम, रेशमी तथा आकर्षक पंख से ढके होने की वजह से इन्हें, जापानी सिल्क चिकेन के नाम से जाना जाता है.मांस से ज्यादा सजावटी चिकेन के रूप में पाले जाने की वजह से कुक्कुट की इस नस्ल को बेहद विशेष माना जाता है.

500 ग्राम वजनी चिकेन की कीमत 2300 रुपए
दुकानदार परदेसी बताते हैं कि एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला होने की वजह से यहां एक से बढ़कर एक पशु तथा पक्षियों की खरीद बिक्री की जा रही है. 2 करोड़ की कीमत वाले भैंस, एक करोड़ ग्यारह लाख रुपए की कीमत वाले विशेष घोड़े की तरह ही, 4500 रुपये प्रति किलो वाला जापानी सिल्क चिकेन भी मेले में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

एक सिल्क चिकेन का वजन 400 से 500 ग्राम तक है, जिसकी कीमत 2300 रुपए है. यदि आप इसे जोड़े में लेते हैं, तो इसके लिए आपको 4500 रुपए देने होंगे.

सजावटी चिकेन ब्रीड के रूप में किया जाता है पालन
पशु पक्षियों के जानकालर और नेचर एनवायरमेंट एंड वाइल्ड लाइफ सोसाइटी के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक बताते हैं कि, भारत सहित अमेरिकन तथा यूरोपियन महाद्वीप के ज्यादातर देशों में जापानी सिल्क चिकन को सिर्फ सजावटी चिकेन के रूप में पाला जाता है. यहां इसके मांस को गिने चुने लोग ही खाना पसंद करते हैं.

हालांकि, ठीक इसके विपरीत चाइना तथा जापान जैसे देशों में इस खास चिकेनब्रीड को सजावटी के साथ खाने के मकसद से भी पाला जाता है. इतना ही नहीं, इन देशों में सिल्क चिकेन के मांस को एग्जॉटिक डिश के रूप में भी सर्व किया जाता है.

ब्लूइश कान के साथ काला होता है मांस
जानकार बताते हैं कि सिल्क चिकेन के पंख मोती की तरह सफेद एवं चमकीले होते हैं, लेकिन इनके कान ब्लूइश तथा पैर एवं मांस काले होते हैं. जहां अन्य कुक्कुटों के पैर में कुल चार उंगलियां होती हैं, वहीं इस खास चिकेन ब्रीड के पैर में कुल पांच उंगलियां होती हैं. गौर करने वाली बात यह है कि सिल्क चिकेन की उम्र जैसे जैसे बढ़ती है, उनके ब्लूइश कान का रंग और भी गहरा होता जाता है.

(सहयोगी राजकुमार सिंह और विशाल कुमार के साथ सोनपुर से आशीष कुमार की रिपोर्ट)

Tags: Bihar News, Champaran news, Local18

FIRST PUBLISHED :

November 22, 2024, 10:05 IST

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article