हाइलाइट्स
ट्रंप के सत्ता संभालने से पहले चीन अमेरिका से मधुर संबंधों की बातें करने लगा है.इसके लिए शी जिनपिंग भारत से भी तनाव कम करने के लिए तैयार हैं.LAC पर 4 साल से जारी सैन्य गतिरोध को लेकर बनी सहमति, इसका नतीजा है.
वाशिंगटन. अमेरिका में फिर से डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद दुनियाभर में नीतिगत स्तरों पर बदलाव देखने को मिल रहा है. हर देश ट्रंप के साथ अपने हितों को साधने के लिए कोशिश कर रहा है. खासकर, चीन इस दिशा में तेजी से काम कर रहा है. दरअसल, अपने पहले कार्यकाल में डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर नकेल कसने की कोई कसर नहीं छोड़ी थी. यही वजह है कि अब चीन ट्रंप के सत्ता संभालने से पहले अमेरिका के साथ मधुर संबंधों को बनाए रखने की बातें करने लगा है. इसके लिए वह भारत से भी तनाव कम करने के लिए तैयार है. अमेरिका-भारत सामरिक एवं साझेदारी मंच (USISPF) के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि अमेरिका में आगामी ट्रम्प प्रशासन का दबाव कम करने के लिए चीन अब भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने की कोशिश कर रहा है.
डोनाल्ड ट्रंप जनवरी में फिर से अमेरिका की बागडोर संभालेंगे. ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान चीन से माल पर 60 प्रतिशत शुल्क और हर दूसरे अमेरिकी आयात पर 20 प्रतिशत तक के शुल्क का प्रस्ताव रखा था. उन्होंने आगे कहा, ‘‘ इसलिए हम ट्रम्प प्रशासन के आने का प्रारंभिक प्रभाव देख रहे हैं, जिसने चीन पर भारत के साथ व्यवहार को आसान बनाने का दबाव बनाया है इसीलिए सीमा पर गश्त पर सहमति बनी है, सीधी उड़ानों पर सहमति बनी है.’’
भारत-चीन संबंध पर सकारात्मक असर
मुकेश अघी ने कहा, ‘‘ वे भारत आने वाले चीन के लोगों के लिए अधिक वीजा भी जारी करेंगे. आप देख रहे हैं कि ट्रम्प की जीत का भारत-चीन संबंधों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है.’’ भारत ने पिछले महीने घोषणा की थी कि उसने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गश्त को लेकर चीन के साथ समझौता कर लिया है, जिससे चार साल से अधिक समय से जारी सैन्य गतिरोध समाप्त हो गया.
अघी ने ‘पीटीआई-भाषा’ के साथ साक्षात्कार में कहा, ‘‘ चीन की ओर से यह अनुमान लगाया जा रहा था कि ट्रम्प आ रहे हैं. अमेरिका के साथ रिश्ते तनावपूर्ण हो जाएंगे इसलिए कई मोर्चों पर तनाव क्यों रखें.. ‘कम से कम भारत के साथ साझेदारी या संभावित रिश्ते को आसान बनाया जाए.’’
चीन+1 को आगे बढ़ाएंगे ट्रंप
उन्होंने कहा कि अमेरिका में नया प्रशासन विनिर्माण को चीन से दूर ले जाने और अमेरिका में ही रोजगार सृजन की योजना बना रहा है. इस बीच, समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस (एपी) की एक खबर के अनुसार, अमेरिका में कांग्रेस की एक समिति ने सिफारिश की है कि चीन के साथ अपने व्यापार संबंधों को अमेरिका कड़ा करे और लगभग 25 साल पुराने उस फैसले को वापस लेने पर जोर दे जिसने चीन की तीव्र आर्थिक वृद्धि में मदद की थी और जिसे अब अमेरिका में कई लोग अमेरिकी हितों को नुकसान पहुंचाने वाला मानते हैं.
‘अमेरिका-चीन आर्थिक तथा सुरक्षा समीक्षा आयोग’ ने मंगलवार को कांग्रेस को भेजी अपनी नौ पन्नों की वार्षिक रिपोर्ट में पहली बार चीन के साथ स्थायी सामान्य व्यापार संबंधों को समाप्त करने का आह्वान किया. यह कदम ट्रम्प और कई प्रमुख रिपब्लिकन सांसदों की विचारधारा के अनुरूप है क्योंकि आने वाले प्रशासन के तहत चीन के साथ व्यापार युद्ध के तेज होने के आसार हैं.
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FIRST PUBLISHED :
November 20, 2024, 13:15 IST