56 भैरव मंदिर में लगा 51 प्रकार की शराब, बीड़ी-सिगरेट,तंबाकू-अफीम का महाभोग

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56 भैरव मंदिर 

महाकाल की नगरी चमत्मकारों से भरी पड़ी है. यहां कई ऐसे मंदिर हैं. जिनकी पौराणिक मान्यताएं चौकाने वाली होती हैं. मंदिरों में छप्पन भोग लगाए जाने की खबरें तो आपने अक्सर सुनी और देखी होंगी. लेकिन उज्जैन के इस मंदिर में भैरवनाथ को लगाया जाने वाला यह महाभोग अपने आप में खास है. यह मंदिर गोपाल मंदिर से कुछ ही दूर भाघशी पूरा क्षेत्र मे स्थित है.

पौराणिक मान्यता के अनुसार मंदिर 56 भैरव नाम से प्रसिद्ध है. इस मंदिर में भैरव बाबा के 56 स्वरूप देखने को मिलते हैं, जो सभी तांत्रिक क्रियाओं के लिए विशेष माने गए हैं. तंत्र क्रिया की साधना अघोरी व तांत्रिक क्रिया करते हैं. इस मंदिर में दुनिया भर से तांत्रिक भी सिद्धि हासिल करने आते हैं.आज काल भैरव अस्टमी मे बाबा को विशेष भोग लगाया गया.

विदेशों की शराब का लगा भोग
उज्जैन में 56 भैरव बाबा के अनगिनत भक्त हैं. मंदिर के भक्तों की संख्या विदेशों में भी काफी है, जो प्रतिवर्ष अपनी ओर से विदेश की जानी-मानी शराब प्रसाद के लिए लेकर आते हैं. काल भैरव जयंती पर इस बार भी विदेश के कई भक्तों ने अलग-अलग देशों से 51 प्रकार की मदिरा बाबा को भोग के रूप में चढ़ाई.

1500 प्रकार के व्यंजन का भोग

मंदिर के पुजारी श्रीधर व्यास व नीरज ने लोकल 18 को बताया कि वैसे तो बाबा को छप्पन भोग लगाने की मान्यता है, लेकिन बाघसीपूरा क्षेत्र स्थित 56 भैरव पर उनके मनपसंद 1500 प्रकार के व्यंजनों का भोग लगाया गया, जिसमें इस महाभोग में भगवान 56 भैरव को शराब, बीड़ी, सिगरेट, तंबाकू के साथ भांग, अफीम और गांजा भी अर्पित किया गया.

जानिए किन प्रिय चीजों का लगा भोग
– 20 तरह की देसी और विदेशी शराब
–  रम, विस्की, वोडका, बीयर, शैम्पेन
– गांजा, अफीम, चिलम, भांग
– 64 तरह की चॉकलेट
– 45 तरह के बिस्किट
– 400 से ज्यादा तरह की अगरबत्ती
– 200 तरह के इञ
– 75 तरह के सूखे मेवे
– 30 तरह की गजक
– 28 तरह की सॉफ्ट ड्रिंक
– 28 तरह के फल
– 40 तरह के बेकरी आइटम
180 तरह के मुखवास
– 130 तरह के नमकीन
– 80 तरह की मिठाई
– 60 तरह के पाउच, सिगरेट, बीड़ी
– घर की बनी सब्जी-पूड़ी, मालपुआ
– 30 तरह के पान आदि

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FIRST PUBLISHED :

November 24, 2024, 14:47 IST

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