Last Updated:February 05, 2025, 15:04 IST
JNU Story, NAAC Ghotala: सीबीआई की टीम ने नैक घोटाला मामले में कई लोगों को अरेस्ट किया है. इसमें एक ऐसे कुलपति भी शामिल हैं, जिन्होंने कभी असिस्टेंट प्रोफेसर से अपने करियर की शुरूआत की थी. आइए जानते हैं कौन ...और पढ़ें
NAAC Bribery Case, CBI Arrested NAAC : प्रोफेसर की नौकरी पाना आसान नहीं होता. काफी पढ़ाई लिखाई करने के बाद इस मुकाम तक लोग पहुंच पाते हैं. यह कहानी भी एक ऐसे ही शख्स की है, जिसने खूब मन लगाकर पढ़ाई लिखाई की और पीएचडी करके प्रोफेसर बनने से लेकर कुलपति तक का सफर किया. करियर में कई उपलब्धियां हासिल कीं लेकिन अब उन्हें सीबीआई ने अरेस्ट कर लिया है. आइए आपको बताते हैं इस कुलपति की पूरी कहानी…
CBI Arrested NAAC Inspection Committee Members: हाल ही में सीबीआई ने नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (NAAC) की रेटिंग को लेकर एक घोटाले का खुलासा किया है, जिसमें बताया गया है कि नैक निरीक्षण टीम के अध्यक्ष व सदस्यों ने शैक्षणिक संस्थानों ने उन्हें AA+ रेटिंग देने के लिए रिश्वत ली थी. इस आरोप में सीबीआई ने आंध्र प्रदेश के गुंटूर स्थित कोनेरु लक्ष्मैया एजुकेशन फाउंडेशन के पदाधिकारियों नैक निरीक्षण समिति के अध्यक्ष व सदस्य समेत कुल 10 लोगों को अरेस्ट किया है. इन दस लोगों में यह कुलपति भी शामिल हैं. यही नहीं ये कुलपति ही नैक निरीक्षण समिति के अध्यक्ष थे.
NAAC inspection committee president Arrested : कौन हैं ये कुलपति?
इस प्रोफेसर का नाम है डॉक्टर समरेंद्र नाथ साहा. इन्हें शॉर्ट में डॉ. एस.एन साह कहा जाता है. एसएन साह ने 1978 में जाधवपुर यूनिवर्सिटी से 67.4% अंकों के साथ केमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन किया. उसके बाद उन्होंने यहीं से वर्ष 1981 में मास्टर ऑफ केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और 70% अंकों के साथ मास्टर डिग्री पूरी की. इसके बाद उन्होंने बिरला इंस्टीटयूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस पिलानी से अपनी पीएचडी पूरी की. इसके बाद बिटस पिलानी में लगभग 13 साल तक असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी की. उसके बाद पंजाब सरकार के एक इंजीनियरिंग कॉलेज में साढ़े 6 साल तक केमिकल इंजीनियरिंग डिपॉर्टमेंट के हेड रहे. इसके अलावा वह पंजाब सरकार के टेक्निकल इंस्टीटयूट के हेड के रूप में भी कार्यरत रहे. इस तरह वह गत 40 वर्षों से एजुकेशन सेक्टर में सक्रिय थे. वह गुरु घासी दास यूनिवर्सिटी में बतौर प्रोफसर कार्यरत रहे. वर्तमान में समरेन्द्र नाथ साह रामचन्द्र चंद्रवंसी विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर कार्यरत थे. उन्हें नैक निरीक्षण समिति का अध्यक्ष भी बनाया गया था, लेकिन अब सीबीआई ने उन्हें अरेस्ट कर लिया है. आरोप है कि नैक निरीक्षण समिति के सदस्यों ने शैक्षणिक संस्थानों को ए++ रैंकिंग देने के लिए रिश्वत लिया.
First Published :
February 05, 2025, 15:04 IST