स्पेस में दिलचस्पी रखने वालों को नासा के आर्टिमिस 3 अभियान का बेसब्री से इंतजार है. इस मिशन का पहला चरण सफल हो चुका है और इसके अंतिम चरण एक महिला और एक गैरश्वेत पुरुष चंद्रमा पर कुछ दिन बिताएंगे. दावा किया जा रहा है कि नासा का यह अभियान, मंगल सहित भविष्य के लंबे अभियानों के लिए मील का पत्थर साबित होगा. इस अभियान में नासा के साथ स्पेसएक्स चंद्रयात्रियों को चंद्रमा तक पहुंचाने की जिम्मेदारी निभा रहा है. अब नासा और स्पेस एक्स ने तस्वीरें जारी की हैं जिनमें उन्होंने दिखाया है कि वे चंद्रमा पर एस्ट्रोनॉट्स को कैसे उतारेंगे.
कैसे जुड़ेगे दो यान?
आर्टिमिस 3 मिशन फिलहाल 2026 से पहले नहीं होगा. फिलहाल जो प्लान है, उसके मुताबिक स्पेसएक्स का स्टारशिप या जिसे ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम भी कहते हैं, नासा के ओरियन अंतरिक्ष यान से चंद्रमा की कक्षा में जुड़ेगा. इसके बाद एस्ट्रोनॉट्स ओरियन से स्पेसएक्स के यान में घुसेंगे. वहां से स्टारशिप उन्हें चंद्रमा की सतह पर ले जाएगा.
और क्या क्या करेंगे दोनों?
तस्वीरों में एक तस्वीर स्टारशिप के ह्यूमन लैंडिंग सिस्टम (एचएलएस) धरकी ओरियन के साथ दिखाई गई है जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि दोनों जुड़ने पर कैसे दिखाई देंगे. खास बात ये है कि दोनों ही यान एक दूसरे से ईंधन का आदान प्रदान कर सकते हैं और इसके लिए पूरे इंतजाम किए जाएंगे. एचएलएस धरती से बहुत सारा सामान लेकर ओरियन की ओर जाकर वहां से एस्ट्रोनॉट्स भी लेगा. ऐसे में उसे बहुत सारे ईंधन की जरूरत होगी और तब ओरियन उसके काम आ सकता है.
तस्वीर में दिखाया है कि कैसे स्टारशिप और नासा का ओरियन यान डॉकिंग कर जुड़ेंगे. (तस्वीर: NASA SpaceX)
कुछ अलग सा होगा स्टारशिप
एचएलएस में खिड़कियों की भी व्यवस्था होगी जिससे यात्री बाहर का नजारा देख सकेंगे. यह यान बहुत ही पतला और पूरी तरह से सफेद रंग का दिखाया जा रहा है. इसके अलावा तस्वीरों में दो एस्ट्रोनॉट्स भी दिख रहे हैं जो एक्जियोम स्पेस सूट पहने हैं जिसे कि आर्टिमिस अभियान के लिए खास तौर से तैयार किया गया है. इन सूट का परीक्षण भी चंद्रमा के कृत्रिम हालात में हो चुका है.
टलता रहा है ये अभियान
फिलहाल नासा ने आर्टिमिस 3 अभियान को सितंबर 2026 तक टाल दिया है जबकि इसका शुरुआती टारगेट 2024 था. इसमें नासा को कई ओरियन हीट शील्ड सहित कई चीजों के विकास में बाधाएं आती रहीं जिससे अभियान धीरे धीरे आगे खिसकता रहा. खुद स्पेसएक्स ने 2019 में दावा किया था कि वह अगले 5 सालों में मंगल पर कार्गो पहुंचाने लगेगा. लेकिन पांच साल बाद स्टारशिप ने अभी तक अपनी कक्षीय उड़ान तक पूरी नहीं की है.
आर्टिमिस अभियान की यह लैंडिंग एक नया मील का पत्थर साबित होगी. (तस्वीर: NASA SpaceX)
क्या करेंगे चंद्रमा पर एस्ट्रोनॉट्स
चंद्रमा पर पहुंचने के बाद दोनों अंतरिक्ष यात्री वहां बहुत सारे अहम कार्य करेंगे. इनमें वहां से नमूने एकत्र करना, वैज्ञानिक प्रयोग करना और चंद्रमा की कक्षा में प्रतीक्षा कर रहे ओरियन में स्टारशिप में लौटने से पहले चंद्रमा के वातावरण का निरीक्षण करना शामिल है. यह यात्रा अपने आप में एक बड़ा प्रयोग होगी क्योंकि पहली बार होगा कि चंद्रमा पर इंसान एक दिन से अधिक समय पर रुकेंगे.
एक और मिशन होगा इसके साथ
चालक दल के आर्टेमिस III मिशन से पहले, स्पेसएक्स चंद्रमा पर एक बिना चालक दल के लैंडिंग प्रदर्शन मिशन का प्रदर्शन करेग. नासा स्पेसएक्स के साथ मिलकर कंपनी के स्टारशिप लैंडर को और विकसित करने के लिए काम कर रहा है ताकि आर्टेमिस IV के लिए जरूरतों को पूरा किया जा सके, इनमें चंद्रमा पर अधिक वजन वाला सामान उतारना और चालक दल के स्थानांतरण के लिए एजेंसी के गेटवे चंद्र अंतरिक्ष स्टेशन के साथ डॉकिंग करना शामिल है.
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कुल मिला कर आर्टिमिस अभियान के जरिए नासा चंद्रमा का पहले से कहीं ज्यादा अन्वेषण करेगा. वह यह पड़ताल करेगा कि वहां लंबे समय तक कैसे रुका जा सकता है. यह सब भविष्य में मंगल के मानव अभियानों की तैयारी होगी
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FIRST PUBLISHED :
November 22, 2024, 16:29 IST