Agency:Local18
Last Updated:February 03, 2025, 23:24 IST
Fetus successful fetu: बुलढाणा में एक महिला के पेट में बच्चा था, और उस बच्चे के पेट में भी दूसरा बच्चा पल रहा था. यह दुर्लभ स्थिति 'फीटस इन फीटू' कहलाती है. महिला की डिलीवरी सफल रही, और बच्चे को आगे इलाज के लिए भेजा गय...और पढ़ें
राहुल खंडारे/बुलढाणा: कल्पना कीजिए, एक मां के पेट में बच्चा हो और उस बच्चे के पेट में भी एक और बच्चा पल रहा हो. सुनकर यकीन करना मुश्किल लगता है, है न? लेकिन यह हकीकत है! बुलढाणा जिले में एक ऐसा चमत्कारी प्रसव हुआ है, जहां एक महिला के पेट में बच्चा था और उस बच्चे के पेट में भी बच्चा विकसित हो रहा था. यह घटना किसी अजीब फिल्म का हिस्सा नहीं, बल्कि सच्चाई है.
डॉक्टर भी हो गए हैरान!
यह मामला 32 साल की एक महिला का है, जो पहले से दो बच्चों की मां है. जब वह अपनी सोनोग्राफी के लिए अस्पताल आई, तो डॉक्टरों ने जो देखा, उससे वे भी चौंक गए. महिला के पेट में जहां एक बच्चा था, वहीं उस बच्चे के पेट में भी एक और बच्चा था. इसे मेडिकल भाषा में ‘फीटस इन फीटू’ कहा जाता है. यह बेहद दुर्लभ घटना है, जो 5 लाख गर्भवती महिलाओं में से एक के साथ होती है.
क्या होती है ‘फीटस इन फीटू’ स्थिति?
‘फीटस इन फीटू’ का मतलब है कि एक बच्चे के पेट में दूसरा बच्चा बढ़ रहा होता है. यह बहुत ही अजीब और चमत्कारी स्थिति होती है, क्योंकि आमतौर पर ऐसा कभी नहीं होता. इसमें बच्चे के शरीर के अंदर एक और छोटा बच्चा विकसित होता है, जो जन्म के समय कई समस्याएं पैदा कर सकता है. डॉक्टरों का कहना था कि इस बच्चे की डिलीवरी के बाद कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती थीं.
डॉक्टरों ने किया बेमिसाल ऑपरेशन
जब डॉक्टरों को इस स्थिति का पता चला, तो उन्होंने महिला को आगे के इलाज के लिए छत्रपति संभाजीनगर भेजने का सोचा था. लेकिन इस महिला की डिलीवरी बुलढाणा के सरकारी अस्पताल में ही हुई. डॉक्टरों की एक टीम ने मिलकर महिला की डिलीवरी बहुत सावधानी से की. ऑपरेशन के दौरान, महिला के पेट से बच्चे को सुरक्षित निकाल लिया गया और उसे तुरंत इलाज के लिए अमरावती भेजा गया. डॉक्टरों ने बहुत ही बारीकी से ऑपरेशन किया, और यह डिलीवरी एक बड़ी सफलता साबित हुई.
बच्चे को भेजा गया सर्जरी के लिए अमरावती
हालांकि महिला का प्रसव सफल रहा, लेकिन बच्चे के पेट में पल रहे दूसरे बच्चे को लेकर डॉक्टरों को चिंता थी. इसके लिए बच्चे को अमरावती भेजा गया, जहां उसकी सर्जरी की जाएगी. डॉक्टरों का कहना है कि यह स्थिति काफी जटिल हो सकती है, और बच्चे के लिए आगे इलाज जरूरी है.
First Published :
February 03, 2025, 23:24 IST