नई दिल्ली:
गांदरबल सीट से जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के लिए बेहद महत्वपूर्ण सीट है. गांदरबल सीट कश्मीर की सबसे अहम सीटों में से एक रही है. 2008 के चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अब्दुल्ला ने पीडीपी के काजी अफजल को 8 हजार से अधिक मतों से हराया था. इससे पहले के चुनाव में काजी अफजल ने उमर अब्दुल्ला को पराजित किया था. अब इस चुनाव में एक बार फिर काजी मोहम्मद अफजल उमर अब्दुल्ला को चुनौती दे रहे हैं.
अब्दुल्ला परिवार की तीन पीढ़ियों ने इस सीट से लड़ा है चुनाव
गांदरबल सीट से अब्दुल्ला परिवार की तीन पीढ़ियों ने चुनाव लड़ा है. साल 1977 में हुए चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और उमर अब्दुल्ला के दादा शेख अब्दुल्ला ने चुनाव लड़ा था और उन्हें जीत मिली थी. 1983,1987 और 1996 में उमर अब्दुल्ला के पिता फारुक अब्दुल्ला ने चुनाव लड़ा था और उन्हें जीत मिली थी. साल 2002 में उमर अब्दुल्ला को हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि अगले ही चुनाव में उन्होंने वापसी कर ली थी और 2008 में वो चुनाव जीत गए थे. साल 2014 में नेशनल कॉन्फ्रेस के शेख इश्फाक जब्बार इस सीट से जीतने में सफल रहे थे.
पीडीपी | नेशनल कॉन्फ्रेंस | रुझान |
वशीर अहमद मीर | उमर अब्दुल्ला | |
गांदरबल की सीट उमर अब्दुल्ला के लिए माना जाता है भाग्यशाली
2002 के चुनाव में मिली हार के बाद 2008 के चुनाव में उमर अब्दुल्ला को गांदरबल की सीट से जीत मिली थी. इस जीत के बाद उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री बने थे. कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की साझा सरकार में वो सीएम बनाए गए थे. इस चुनाव में भी कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के बीच गठबंधन है.