Haryana Assembly Election Result 2024: हरियाणा के रण में तमाम दिग्गज अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. जिसमें गोपाल कांडा (Gopal Kanda) भी शामिल हैं. कांडा सिरसा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वह इस सीट से मौजूदा विधायक भी हैं. हरियाणा लोकहित पार्टी (Haryana Lokhit Party) के नेता गोपाल कांडा मूल रूप से सिरसा के ही रहने वाले हैं. 29 दिसंबर 1965 को जन्मे कांडा के पिता मुरलीधर सिरसा के जाने-माने वकील और आरएसएस कार्यकर्ता थे. गोपाल कांडा की पढ़ाई स्कूल में ही छूट गई. आठवीं के बाद उन्होंने काम करने का फैसला किया.
गोपाल कांडा (Gopal Kanda) ने शुरुआत रेडियो रिपेयरिंग शॉप से की. ‘जूपिटर म्यूजिक होम’ नाम की दुकान पर काम करने लगे. इसके बाद अपने भाई के साथ मिलकर सिरसा में ही जूते की दुकान खोली. यहीं से गोपाल कांडा की नजदीकी कारोबारियों और नेताओं से बढ़ी. खासकर चौटाला परिवार के करीब आए. 1999 से 2004 के दौरान जब हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) की सरकार थी, तब गोपाल कांडा का धंधा काफी फला-फूला. एक तरफ उन्होंने शू मैन्युफैक्चरिंग कंपनी डाल दी. तो दूसरी तरफ रियल एस्टेट के धंधे में उतर गए.
रियल स्टेट के बाद एयरलाइंस की शुरुआत
1999 के आसपास गुरुग्राम में खूब डेवलपमेंट हो रहा था. अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को गुरुग्राम खूब रास आ रहा था और देखते ही देखते यहां की जमीन सोना उगलने लगी. गोपाल कांडा ने इस मौके का खूब लाभ उठाया. कुछ ही सालों में उन्होंने इतना पैसा कमा लिया कि खुद की एयरलाइंस कंपनी शुरू कर दी.
गोपाल कांडा ने साल 2007 में अपनी खुद की एयरलाइंस कंपनी शुरू की. जिसका नाम रखा एमडीआर (मुरली धर लख राम, जो उनके पिता का नाम था). हालांकि उनकी एयरलाइंस खास उड़ान नहीं भर पाई. एयरलाइंस रेगुलेटर और दूसरी एजेंसियों ने तमाम खामियां ढूंढ निकाली. 2 साल बाद 2009 में कांडा की एयरलाइंस बंद हो गई. हालांकि इसी एयरलाइंस ने उन्हें जेल पहुंचाया.
गीतिका शर्मा का केस, जिसमें गए जेल
गोपाल कांडा ने जब एयरलाइंस शुरू की तो गीतिका शर्मा नाम की एक लड़की को एयर होस्टेस की नौकरी पर रखा. उस वक्त उसकी उम्र साढ़े सत्रह साल थी और नाबालिग थी. इसलिए ट्रेनी केबिन क्रू की नौकरी दी गई. गीतिका जैसे ही बालिग हुई, उसे सीनियर केबिन क्रू बना दिया गया. देखते ही देखते गीतिका इस कंपनी में एक तरीके से सर्वेसर्वा बन गई. अगस्त 2012 में गीतिका शर्मा ने खुदकुशी कर ली. दिल्ली के अशोक विहार में उसकी लाश मिली.
गीतिका शर्मा ने सुसाइड नोट में गोपाल कांडा पर यौन शोषण का आरोप लगाया. 6 महीने गीतिका की मां ने भी सुसाइड कर लिया. इस मामले में गोपाल कांडा जेल गए और 18 महीने हवालात में रहे. बाद में बरी हो गए.
कैसे उतरे राजनीति में
गोपाल कांडा (Gopal Kanda Political Career) ने साल 2009 में राजनीति में हाथ आजमाने का फैसला लिया. हरियाणा विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर उतर गए और जीत भी हासिल की. 2009 के चुनाव में कांग्रेस के हाथ में 40 सीटें आईं और सत्ता की चाबी निर्दलीय विधायक के हाथ में आ गई. हरियाणा के राजनीतिक जानकार बताते हैं कि गोपाल कांडा ने निर्दलीय विधायकों को कांग्रेस के पक्ष में करने के लिए पूरी ताकत झोंकी और बदले में उन्हें गृह राज्य मंत्री की कुर्सी मिली. इसके बाद कांडा ने राजनीति को परमानेंट ठिकाना बना लिया.
कहे जाते हैं ‘कैसिनो किंग’
होटल से लेकर कैसिनो, प्रॉपर्टी डीलिंग, स्कूल-कॉलेज और न्यूज़ चैनल जैसे धंधे में हाथ आजमा चुके गोपाल कांडा हरियाणा के सबसे आमिर नेताओं में शुमार हैं. इस बार विधानसभा चुनाव में उन्होंने इलेक्शन कमीशन को जो हलफमनाया दिया है, उसमें अपनी संपत्ति का ब्योरा भी सौंपा है. कांडा ने बताया है कि उनके पास 131 करोड़ रुपए (1,31,01,59,338) से ज्यादा की संपत्ति है जबकि 87 करोड रुपए का कर्ज भी है. कांडा ने अपनी आमदनी का जरिया व्यापार और सैलरी दिखाया है.
हरियाणा के सबसे अमीर नेताओं में नाम
गोपाल कांडा के नाम पर सिर्फ एक फॉर्च्यूनर गाड़ी है. गोपाल कांडा और उनकी पत्नी सोने (Gold) के शौकीन भी हैं. दोनों के पास मिलाकर करीब साढ़े पांच किलो गोल्ड ज्वैलरी है. कांडा के पास
ढाई करोड़ से ज्यादा के 3923 ग्राम सोने के गहने हैं तो उनकी पत्नी 1562 ग्राम गोल्ड की मालकिन हैं. पति-पत्नी दोनों के पास चार हथियार हैं. दो पिस्तौल और दो रायफल.
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FIRST PUBLISHED :
October 8, 2024, 10:58 IST