श्रीनगर. नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को कहा कि उमर अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के अगले मुख्यमंत्री होंगे. मतगणना के रुझानों में घाटी में कांग्रेस-एनसी गठबंधन को साफ बढ़त मिलती दिखी. भारत के चुनाव आयोग के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक जम्मू और कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस 43 सीटों पर बढ़त के साथ आगे चल रही है. जबकि बीजेपी 28 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है. वहीं कांग्रेस 7 सीटों पर आगे है. इन चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी बड़ी सफलता मिली है. जो 7 सीटों पर आगे चल रहे हैं. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी 2 सीटें हासिल करने में सफल रही है, और जम्मू और कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (जेपीसी) ने 1 सीट हासिल की है.
‘जम्मू-कश्मीर की जनता अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ’
एनसी अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि यह चुनावी फैसला इस बात का सबूत है कि जम्मू-कश्मीर के लोग अनुच्छेद 370 को हटाने के खिलाफ हैं. उन्होंने कहा कि ‘लोगों ने अपना फैसला दिया है और साबित कर दिया है कि 5 अगस्त, 2019 को लिए गए फैसले उन्हें कबूल नहीं हैं.’ पूर्व केंद्रीय मंत्री फारूक अब्दुला ने कहा कि “मैं सभी का शुक्रगुजार हूं कि लोगों ने चुनाव में हिस्सा लिया और खुलकर भाग लिया. मैं नतीजों के लिए भगवान का शुक्रगुजार हूं. चुनी हुई सरकार लोगों की ‘पीड़ा’ को खत्म करने के लिए बहुत काम करना है. उन्होंने कहा कि ‘हमें बेरोजगारी खत्म करनी है और महंगाई और नशीली दवाओं के खतरे जैसे मुद्दों को हल करना है. अब कोई एलजी और उनके सलाहकार नहीं होंगे. अब 90 विधायक होंगे जो लोगों के लिए काम करेंगे.’
‘पुलिस राज’ नहीं बल्कि ‘लोगों का राज’ होगा
नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा कि ‘10 साल बाद लोगों ने हमें अपना जनादेश दिया है. हम अल्लाह से प्रार्थना करते हैं कि हम उनकी उम्मीदों पर खरे उतरें…यहां ‘पुलिस राज’ नहीं बल्कि ‘लोगों का राज’ होगा. हम जेल में बंद निर्दोष लोगों को बाहर निकालने की कोशिश करेंगे. मीडिया को आजादी मिलेगी. हमें हिंदुओं और मुसलमानों के बीच विश्वास पैदा करना होगा. मुझे उम्मीद है कि भारत के गठबंधन सहयोगी यहां राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए हमारे साथ लड़ेंगे…मैं समझता हूं कि उमर अब्दुल्ला सीएम बनेंगे.’
उमर अब्दुल्ला बडगाम सीट से जीते
इस बीच उमर अब्दुल्ला ने बडगाम विधानसभा सीट से जीत हासिल की. उन्होंने पीडीपी के आगा सैयद मुंतजिर मेहदी को 18,000 से अधिक मतों के अंतर से हराया. अब्दुल्ला गंदेरबल से भी आगे चल रहे हैं. एनसी उपाध्यक्ष उमर अब्दुला ने 2014 के चुनाव में भी दो सीटों सोनवार और बडगाम जिले के बीरवाह से चुनाव लड़ा था. उन्होंने बीरवाह सीट जीती थी. अब्दुल्ला उत्तरी कश्मीर की बारामूला लोकसभा सीट से 2024 का संसदीय चुनाव हार गए थे. उन्हें निर्दलीय उम्मीदवार शेख अब्दुल राशिद उर्फ इंजीनियर राशिद ने हराया था, जो उस समय आतंकवाद की फंडिंग के आरोपों में तिहाड़ जेल में बंद थे. राशिद फिलहाल जमानत पर बाहर हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 8, 2024, 16:05 IST