HP News: ग्रामीण विकास के तहत लोगों को अब घर पर मिलेंगी ये सुविधाएं

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हिमालच के लोगों अब घर बैठे मिलेगी सारी सुविधा. सारा काम हुआ ऑनलाइनहिमालच के लोगों अब घर बैठे मिलेगी सारी सुविधा. सारा काम हुआ ऑनलाइन

शिमलाः हिमाचल प्रदेश में लोगों को अब विवाह, जन्म व मृत्यु प्रमाण पत्र ऑनलाइन उपलब्ध हो पाएंगे. शिमला नगर निगम इसे अपने स्तर पर पहले ही लागू कर चुका है, लेकिन अब ग्राम पंचायतों में भी यह सुविधा ऑनलाइन उपलब्ध हो पाएगी. लोगों को घर द्वार पर सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है. ग्रामीण विकास से ही प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ किया जा सकता है. इसलिए विभिन्न योजनाओं का सफल कार्यान्वयन नितांत आवश्यक है.

ग्रामीण विकास के क्षेत्र में मनरेगा के तहत वित्त वर्ष 2023-24 में 275 लाख श्रम दिवस अर्जित करने के लक्ष्य के मुकाबले 344.31 लाख श्रम दिवस अर्जित किए गए हैं. वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 में 300 लाख श्रम दिवस अर्जित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमें से अभी तक 214.51 लाख श्रम दिवस अर्जित किए जा चुके हैं.

17, 582 गांव बनाया जाएगा खुले में शौच मुक्त प्लस मॉडल:
ग्रामीण विकास के तहत प्रदेश में वर्ष 2024-25 में 17 हजार 582 गांव खुले में शौच मुक्त प्लस मॉडल बनाए जाएंगे. इनमें अभी तक 9 हजार 203 गांव खुले में शौच मुक्त प्लस मॉडल घोषित किए जा चुके हैं, जबकि 2 हजार 347 गांव खुले में शौच मुक्त प्लस वेरीफाइड हैं. वहीं, विभिन्न विकास खंडों में 32 प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबन्धन इकाइयों का निर्माण किया जा चुका है और 26 को कार्यशील कर दिया गया है. ऐसी इकाइयां सभी विकास खंडों में निर्मित की जा जाएंगी.

बढ़ाई जाएगी स्वयं सहायता समूह के उत्पाद की गुणवत्ता:
प्रदेश में राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के विक्रय के लिए 93 हिम ईरा दुकानें उपलब्ध करवाई गई हैं. वित्त वर्ष 2023-24 में इनमें 1.4 करोड़ रुपये के उत्पाद विक्रय किए गए हैं. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन 80 सप्ताहिक बाजार लगाता, जिनमें वित्त वर्ष 2023-24 में 1.2 करोड़ रुपये के उत्पाद विक्रय किए गए है. स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने और उन्हें बेहतरीन विपणन अवसर उपलब्ध करवाने के लिए सशक्त प्रयास किए जा रहे हैं.

ऑनलाइन बिक पाएंगे स्वयं सहायता समूह के उत्पादन:
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत प्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य किया जा रहा है. प्रदेश में अभी तक 43,161 स्वयं सहायता समूह बनाए गए हैं, जिन्हें समुचित आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है. स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को ऑनलाइन प्लटेफार्म उपलब्ध करवाया जाएगा. स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार किए गए उत्पादों को हिम ईरा प्रीमियम ब्रांड के रूप में विकसित किया जा रहा है. इन उत्पादों को प्रतिष्ठित संस्थानों में विक्रय के लिए उपलब्ध करवाया जाएगा.

Tags: Himachal news, Local18, Shimla News

FIRST PUBLISHED :

October 12, 2024, 09:44 IST

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