नई दिल्ली. भारत में पिछले कुछ वर्षों में शेयर बाजार में कई बड़े और चर्चित IPO (Initial Public Offering) आए हैं, जिन्होंने निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया. IPO के जरिए कंपनियां अपना विस्तार करती हैं और निवेशकों को उनके विकास में हिस्सेदारी का मौका मिलता है. अब एक और बड़ा आईपीओ बाजार में दस्तक देने है. हुंडई इंडिया का आईपीओ भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ बताया जा रहा है. लेकिन क्या आईपीओ का सिर्फ बड़ा होना उसकी कामयाबी तय कर देता है? कुछ IPOs ने निवेशकों को भारी मुनाफा दिया है, जबकि कुछ ने उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा और निवेशकों को नुकसान का सामना करना पड़ा.
उदाहरण के तौर पर भारत का सबसे बड़ा IPO, LIC (Life Insurance Corporation of India) का था, जिसने 2022 में ₹20,557 करोड़ जुटाए थे. इस IPO को लेकर काफी उम्मीदें थीं, लेकिन लिस्टिंग के बाद से इसके शेयरों में गिरावट देखी गई. इस बीच, Paytm का IPO, जो ₹18,300 करोड़ का था, वह भी निवेशकों के लिए बेहद नुकसानदायक साबित हुआ, क्योंकि इसके शेयर लिस्टिंग के बाद 74% तक गिर गए. दूसरी ओर Zomato और Coal India जैसे IPOs ने अपने निवेशकों को अच्छा मुनाफा दिया और इनके शेयर इश्यू प्राइस से काफी ऊपर ट्रेड कर रहे हैं.
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बड़े IPOs के प्रदर्शन को देखकर यह स्पष्ट होता है कि केवल बड़ा IPO होना निवेशकों के लिए फायदे का सौदा नहीं है. निवेशकों को IPO में निवेश करने से पहले कंपनी की फंडामेंटल्स, प्रॉफिटबिलिटी और मार्केट पोजीशन पर ध्यान देना चाहिए. हर बड़ा IPO तुरंत मुनाफा नहीं देता, बल्कि लंबे समय तक बाजार की स्थितियों और कंपनी के प्रदर्शन पर निर्भर करता है. अब हम भारत के कुछ सबसे बड़े IPOs का विश्लेषण करते हैं और देखते हैं कि उन्होंने निवेशकों को कैसा रिटर्न दिया.
भारत के सबसे बड़े IPOs और उनका प्रदर्शन
LIC (Life Insurance Corporation of India)
फंड जुटाया: ₹20,557 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: -7.75%
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 39% नीचे
Paytm (One 97 Communications)
फंड जुटाया: ₹18,300 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: -27.25%
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 74% नीचे
कोल इंडिया (Coal India)
फंड जुटाया: ₹15,200 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: 40.6% ऊपर
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 2.7% ऊपर
रिलायंस पावर (Reliance Power)
फंड जुटाया: ₹11,700 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: -17.22%
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 94% नीचे
जोमाटो (Zomato)
फंड जुटाया: ₹9,375 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: 51.3% ऊपर
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 54% ऊपर
साइंट (Cyan)
फंड जुटाया: ₹9,000 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: 2% ऊपर
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 1.5% ऊपर
SBI कार्ड्स एंड पेमेंट सर्विसेस (SBI Cards and Payment Services)
फंड जुटाया: ₹10,355 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: -9.2%
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 32% ऊपर
वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea)
फंड जुटाया: ₹11,700 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: -23.43%
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 85% नीचे
IRFC (Indian Railway Finance Corporation)
फंड जुटाया: ₹4,633 करोड़
लिस्टिंग डे परफॉर्मेंस: -4.3%
वर्तमान प्रदर्शन: इश्यू प्राइस से 5% नीचे
इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि बड़े IPOs में निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है. जहां कुछ IPOs ने निवेशकों को बेहतरीन रिटर्न दिया, वहीं कुछ ने भारी नुकसान पहुंचाया. निवेशकों को IPO में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लेना और लंबी अवधि के लिए निवेश की योजना बनानी चाहिए.
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FIRST PUBLISHED :
October 10, 2024, 17:34 IST