भारत में बनी कॉम्पैक्ट एसयूवी 'मैग्नाइट' के एलएचडी वर्जन का एक्सपोर्ट शुरू करने के साथ ही जापानी ऑटोमोबाइल कंपनी निसान के लिए भारत एक ग्लोबल एक्सपोर्ट सेंटर के रूप में उभरा है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह बात कही। निसान इंडिया के परिचालन अध्यक्ष फ्रैंक टॉरेस ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि कंपनी भारतीय बाजार के लिए पहले से घोषित उत्पादों के अलावा हाइब्रिड और सीएनजी वाहनों को भी उतारने पर पर विचार कर रही है। निसान ने विदेशों में निर्यात के लिए बाएं हाथ से ड्राइव (एलएचडी) वाली मैग्नाइट की 10,000 यूनिट्स की आपूर्ति शुरू कर दी है।
65 देशों को होगी एक्सपोर्ट
टॉरेस ने कहा, "भारत निसान के लिए वैश्विक निर्यात केंद्रों में से एक के रूप में आगे बढ़ रहा है। मैग्नाइट के बाएं हाथ के ड्राइव वर्जन के निर्यात की शुरुआत के साथ हम अब कुल 65 देशों को इसका निर्यात करेंगे। इस तरह भारत निसान के लिए वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक निर्यात केंद्रों में से एक बन जाएगा।" निसान मोटर इंडिया पहले 20 देशों को मैग्नाइट का निर्यात कर रही थी, लेकिन अब यह 45 अन्य देशों में भी बाएं हाथ के ड्राइव वर्जन के रूप में भेजी जा रही है। इस महीने कंपनी ने पश्चिम एशिया, उत्तरी अफ्रीका और एशिया-प्रशांत क्षेत्रों में 2,000 यूनिट्स और मेक्सिको सहित चुनिंदा लैटिन अमेरिकी बाजारों में एलएचडी मैग्नाइट की 5,100 से अधिक यूनिट्स का निर्यात करने की योजना बनाई है।
2026 में आएगी इलेक्ट्रिक कार
इस महीने के अंत तक मैग्नाइट के एलएचडी वर्जन की 10,000 से अधिक यूनिट्स की कुल सप्लाई होने की संभावना है। इसके साथ ही टॉरेस ने आश्वस्त किया कि निसान और होंडा के संभावित विलय से कंपनी की नए उत्पादों की घोषित योजनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा। निसान ने भारतीय बाजार में मझोले आकार के दो एसयूवी मॉडल और एक इलेक्ट्रिक एसयूवी उतारने की घोषणा की हुई है। इसके साथ ही कंपनी ने अगले वित्त वर्ष के अंत तक भारत में अपने घरेलू और निर्यात मात्रा को तीन गुना बढ़ाकर एक लाख इकाई प्रति वर्ष करने का लक्ष्य भी रखा है। उन्होंने कहा कि भारतीय बाजार के लिए पहले घोषित सभी योजनाएं पटरी पर हैं और निकट भविष्य में वृद्धि को तेज करने के लिए और कदम उठाने के बारे में भी सोचा जा रहा है। उन्होंने कहा, "हम अपनी कारों में हाइब्रिड और सीएनजी जैसे नए ईंधन विकल्प देने का भी अध्ययन कर रहे हैं। ईवी की घोषणा पहले ही हो चुकी है, जिसे हम वित्त वर्ष 26 के अंत से पहले पेश करेंगे।"