हाइलाइट्स
पर्सनल लोन पाने के लिए 35% से कम DTI रेश्यो बेहतर होता है.DTI रेश्यो जितना कम होगा, लोन मिलने की संभावना उतनी ही ज़्यादा होगी.DTI रेश्यो से पता चलता है कि आपकी आय का कितना हिस्सा कर्ज चुकाने में जाता है.
Personal loan: जब आप पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक या गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) कई चीजों पर विचार करते हैं. इनमें आपकी आयु, मासिक आय, क्रेडिट स्कोर, पेशा, डेब्ट-टू-इनकम (DTI) रेश्यो आदि शामिल होते हैं. DTI रेश्यो लोन की पात्रता, राशि आदि तय करने के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है. लेकिन यह DTI रेश्यो क्या है, इसे कैसे मापा जाता है, कितना होना चाहिए, बैंक इसे क्यों महत्व देते हैं, और इसे कैसे सुधार सकते हैं, इस बारे में आम लोगों के बीच बहुत जानकारी नहीं है. आज हम इसी पर विस्तार से बता रहे हैं.
डेब्ट-टू-इनकम या DTI रेश्यो वह प्रतिशत है जो एक व्यक्ति अपनी मासिक आय का कर्ज चुकाने में खर्च करता है. इसमें लोन की ईएमआई, क्रेडिट कार्ड बकाया आदि शामिल होते हैं. उदाहरण के लिए, किसी व्यक्ति की मासिक आय यदि 1 लाख रुपये है और 20 हजार रुपये कर्ज की अदायगी में खर्च होते हैं, तो उस व्यक्ति का DTI रेश्यो 20% होगा.
DTI रेश्यो मापने का तरीका
(कुल मासिक कर्ज अदायगी / कुल मासिक आय) X 100
उदाहरण के लिए, आपकी मासिक आय 1 लाख रुपये है और मासिक कर्ज अदायगी 20,000 है, तो-
= (₹20,000 / ₹1,00,000) X 100
= (1 / 5) X 100 = 0.20 X 100 = 20%
इस तरीके से आपका DTI रेश्यो 20% है. अब सवाल यह है कि क्या यह रेश्यो अच्छा है या बुरा? आदर्श DTI रेश्यो कितना होना चाहिए? और यह पर्सनल लोन पाने के अवसरों को कैसे प्रभावित करता है?
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हर बैंक या एनबीएफसी खुद तय कर सकता है कि एक अच्छा DTI रेश्यो क्या है. आमतौर पर अधिकांश बैंक और एनबीएफसी 35% या इससे कम के DTI रेश्यो को पर्सनल लोन देने के लिए उपयुक्त मानते हैं. हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि DTI रेश्यो के अलावा मासिक आय, क्रेडिट स्कोर, आयु, पेशा आदि भी लोन की मंजूरी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
यदि आपका DTI रेश्यो 35% से कम है, तो आपके लोन स्वीकृत होने की संभावना बेहतर होती है. यदि DTI 35% से अधिक हो जाता है, तो बैंक आपके आवेदन और दस्तावेजों की अधिक गहराई से जांच करेंगे. कुछ बैंक 40% से 45% तक के DTI रेश्यो को मान्यता देते हुए लोन आवेदन को स्वीकृति दे सकते हैं, लेकिन 45% से अधिक DTI रेश्यो पर स्वीकृति की संभावना कम हो जाती है.
DTI रेश्यो 35% का मतलब है कि आपकी कुल आय का केवल 35% कर्ज चुकाने में जा रहा है. इसका अर्थ है कि आपकी कर्ज संभालने की क्षमता अच्छी है और आपकी आय और कर्ज के बीच संतुलन अच्छा है.
कैसे प्रभावित करता है डीटीआई रेश्यो
जब DTI रेश्यो 35% होता है और अन्य सामान्य खर्चों के लिए आपकी मासिक आय का 30-35% खर्च होता है, तब भी आपके पास 30-35% आय शेष रहती है जिसे अतिरिक्त कर्ज अदायगी के लिए उपयोग किया जा सकता है. यह बैंक को संकेत देता है कि आपके पास अधिक कर्ज लेने और उसे आराम से चुकाने की वित्तीय क्षमता है.
जैसे-जैसे DTI रेश्यो 35% से ऊपर जाता है, आपकी अतिरिक्त कर्ज अदायगी की क्षमता कम हो जाती है. 45% के DTI रेश्यो पर, सामान्य खर्चों के बाद अतिरिक्त कर्ज चुकाने की क्षमता बहुत सीमित हो जाती है. इसलिए, अधिकांश बैंक 45-50% के DTI रेश्यो वाले व्यक्ति को अतिरिक्त लोन स्वीकृत नहीं करेंगे.
DTI रेश्यो सुधारने के तरीके
- अतिरिक्त ईएमआई भुगतान करके अपने कर्ज का हिस्सा कम करें.
- यदि कई कर्ज चल रहे हैं, तो अतिरिक्त भुगतान करने के बजाय एक या अधिक कर्जों को पूर्व भुगतान (फोरक्लोजर) करके चुकता कर सकते हैं.
- मौजूदा कर्ज का कार्यकाल बढ़ाकर और EMI घटाकर अपने DTI को कम कर सकते हैं.
- किसी बड़े खर्च को कुछ महीनों के लिए टालने का प्रयास करें और उस राशि का उपयोग कर्ज चुकाने के लिए करें.
Tags: Bank Loan, Personal finance
FIRST PUBLISHED :
November 16, 2024, 10:35 IST