स्वाद और साइज में नहीं है कोई टक्कर.
छपरा: बिहार के छपरा जिले के मशरख प्रखंड में स्थित देवरिया बाजार की एक छोटी-सी दुकान, जो देखने में साधारण है, लेकिन इसके पेड़ा का स्वाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर है. इस दुकान के मालिक राजकुमार सिंह पिछले 40 वर्षों से शुद्ध दूध से पेड़ा बना रहे हैं, जिसे लोग कोलकाता और विदेश तक ले जाते हैं.
राजकुमार सिंह का पेड़ा खास इसलिए है क्योंकि यह पूरी तरह से शुद्ध दूध से तैयार होता है. ग्रामीण क्षेत्रों से ताजा दूध लाकर, कोयले की आग पर खौलाया जाता है, जिससे खोवा तैयार होता है. इसमें इलायची डालकर पेड़ा तैयार किया जाता है. इस पारंपरिक विधि से तैयार पेड़ा का स्वाद अनोखा है, जिसे दूर-दूर से लोग खरीदने आते हैं.
प्रतिदिन 50 किलो होती है पेड़ा की बिक्री
राजकुमार सिंह ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि प्रतिदिन करीब 50 किलो दूध से बने पेड़े की बिक्री होती है. लोग इसे कोलकाता और विदेशों तक लेकर जाते हैं. दुबई और अन्य देशों में भी इस पेड़ा का स्वाद चखा जा रहा है. उनके पेड़े में चीनी कम होती है, और इसका आकार भी बड़ा होता है. यही वजह है कि पूरे जिले में इतना बड़ा और स्वादिष्ट पेड़ा कोई और नहीं बेचता है.
बड़ी साइज, कम चीनी, और किफायती कीमत
राजकुमार सिंह के पेड़े का एक पीस मात्र 10 रुपये का होता है, जबकि 300 रुपये प्रति किलो की दर से यह मिठाई बिकती है. उनके अनुसार, न सिर्फ स्थानीय लोग बल्कि विदेशों में रहने वाले लोग भी इसे बड़ी मात्रा में खरीदते हैं और वहां के लोगों को खिलाते हैं.
पारंपरिक स्वाद और गुणवत्ता की पहचान
यह दुकान भले ही हाई-फाई न हो, लेकिन यहां के पेड़े का स्वाद और शुद्धता इसे खास बनाते हैं. राजकुमार सिंह की 40 वर्षों की मेहनत और पेड़ा बनाने की पारंपरिक विधि ने इसे एक ब्रांड बना दिया है, जिसे विदेशी भी उंगलियां चाटकर खाते हैं.
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FIRST PUBLISHED :
October 22, 2024, 13:39 IST