Utpanna Ekadashi 2024: उत्पन्ना एकादशी पर ऐसे करें मां तुलसी की पूजा, मान्यतानुसार घर में आती है सुख-समृद्धि

8 hours ago 1

Utpanna Ekadashi 2024: एकादशी व्रत का हिंदू धर्म में अत्यधिक महत्व होता है. यह भगवान विष्णु का दिन माना जाता है. इस दिन भक्त अपने आराध्य श्रीहरि के लिए व्रत रखते हैं और विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं. यह व्रत 24 घंटे बाद द्वादशी तिथि पर खोला जाता है. वैदिक पंचांग के अनुसार, उत्पन्ना एकादशी का व्रत मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में रखा जाता है. ऐसे में इस साल एकादशी 26 नवंबर, मंगलवार के दिन पड़ रही है. एकादशी के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) के साथ माता तुलसी की पूजा भी की जाती है. माना जाता है कि इस दिन तुलसी पूजा (Tulsi Puja) करने और तुलसी पर जल चढ़ाने से जीवन में आ रही समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है. ऐसे में आइए जानते हैं इस दिन मां तुलसी की पूजा कैसे करनी चाहिए.

Masik Krishna Janmashtami: कब है मासिक कृष्ण जन्माष्टमी, जानिए इस व्रत का महत्व

उत्पन्ना एकादशी पर तुलसी पूजा | Tulsi Puja On Utpanna Ekadashi

उत्पन्ना एकादशी पर तुलसी मां की पूजा का विशेष महत्व होता है. कहते हैं भगवान विष्णु की पूजा के साथ मां तुलसी की पूजा विधिवत करनी चाहिए. इस दिन 5 दीपक मां तुलसी के आगे प्रज्जवलित करने चाहिए, उनकी 7 बार परिक्रमा करनी चाहिए और देवी तुलसी के 108 नामों का जाप करना चाहिए. इससे श्रीहरि प्रसन्न होते हैं और धन-संपत्ति का वरदान देते हैं.

  • तुलसी की पूजा सुबह या शाम को कर सकते हैं.
  • माता तुलसी की पूजा हमेशा भगवान विष्णु के साथ ही करनी चाहिए.
  • मां तुलसी को जल, चंदन, और फूल चढ़ाएं.
  • तुलसी की पूजा के दौरान भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें.
  • इस दिन व्रत रखने वाले लोगों को तुलसी की पत्तियों (Tulsi Leaves) का सेवन नहीं करना चाहिए.

मान्यतानुसार उत्पन्ना एकादशी पर तुलसी की पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है. इस पर्व पर तुलसी की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है. माना जाता है कि उत्पन्ना एकादशी पर व्रत रखने और तुलसी की पूजा करने से पापों की मुक्ति मिलती है.

उत्पन्ना एकादशी के दिन तुलसी माता की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है. इसके अलावा इस दिन शमी के पेड़ की पूजा भी विशेष रूप से की जाती है. ऐसा कहा जाता है कि जिस जातक की कुंडली में ग्रह दोष है उसे इस दिन शमी की पूजा (Shami Puja) जरूर करनी चाहिए. इससे काफी लाभ हो सकता है. इतना ही नहीं पूजा के दौरान आप भगवान विष्णु को तुलसी के साथ-साथ शमी के पत्ते भी अर्पित कर सकते हैं. कहते हैं कि ऐसा करने से भक्तों को सभी कष्टों से छुटकारा मिल जाता है

उत्पन्ना एकादशी के दिन पीपल के पेड़ की पूजा भी जरूर की जानी चाहिए. ऐसा कहा जाता है कि पीपल के पेड़ में त्रिदेवों का वास होता है. इसलिए उत्पन्ना एकादशी के दिन पीपल के पेड़ की पूजा करने से भक्तों को मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है और घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है.

उत्पन्ना एकादशी के दिन मनी प्लांट की पूजा करने का भी विशेष महत्व है. मनी प्लांट की पूजा करने से धन वृद्धि का आशीर्वाद मिलता है और घर में पॉजिटिव एनर्जी का संचार होता है. इसके अलावा अगर आप व्यापार में किसी तरह की परेशानी का सामना कर रहे हैं तो इस दिन व्यापारियों को मनी प्लांट पर कच्चा दूध चढ़ाना चाहिए. इससे काफी लाभ हो सकता है. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

*** Disclaimer: This Article is auto-aggregated by a Rss Api Program and has not been created or edited by Nandigram Times

(Note: This is an unedited and auto-generated story from Syndicated News Rss Api. News.nandigramtimes.com Staff may not have modified or edited the content body.

Please visit the Source Website that deserves the credit and responsibility for creating this content.)

Watch Live | Source Article