बलिया: क्या बलिया जिले के अधिकारी मंत्री को हल्के में लेते हैं? यह सवाल बलिया में हुई आज की घटना के बाद लाजिमी हो जाता है। उत्तर प्रदेश सरकार में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह आज अधिकारियों पर बरस पड़े। उन्होंने एक सभा में बलिया जिले के अधिकारियों को साफ तौर पर चेतावनी दी कि जो भी काम जिले के विकास के लिए आता है उसमें देरी नहीं करें। क्योंकि ढाई साल सरकार का पूरा हो चुका है और ढाई साल बाद चुनाव होने वाले हैं। उन्हें जनता को अपने काम का हिसाब भी देना है। अगर अधिकारियों की लेटलतीफी की वजह से उनका नुकसान हुआ तो फिर वे किसी अधिकारी को नहीं बख्शेंगे।
विकास का पैसा लैप्स कर रहे अधिकारी
दरअसल, मंत्री दयाशंकर सिंह बलिया जनपद पहुंचे थे। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में बीजेपी के प्रचंड जीत के बाद वे एक्शन में दिखे। दयाशंकर सिंह ने PWD के डाक बंगला में गेस्ट हाउस के लोकार्पण के दौरान बलिया जिले के लापरवाह अधिकारियों को नसीहत दी है। मंत्री ने कहा मैं विकास के लिए पैसा भेजता हूं। लेकिन यहां के अधिकारी उस पैसे को लैप्स कर दे रहे हैं।
जिला प्रशासन पर काम नहीं करने का आरोप
दयाशंकर सिंह ने कहा कि ढाई साल बीत जाने के बाद भी काम समय से नहीं हुआ। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर मेरा नुकसान हुआ तो अधिकारियों का होगा नुकसान। 5 साल के कार्यकाल में ढाई साल से ज्यादा बीत गया, कई कार्य स्वीकृत हुए और पैसा हमने वहां से भेज दिया। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा समय से कार्य नहीं होने पर पैसा लैप्स होकर चला गया, जिला प्रशासन काम नहीं कर रहा है।
मैं जनता को क्या जवाब दूंगा?
दयाशंकर सिंह ने उदाहरण के तौर पर बस डिपो का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 9 महीने पहले रोडवेज बस डिपो का हमने शिलान्यास किया। लेकिन एक बिल्डिंग गिराने में इतना समय लग गया। मेरे कार्यकाल का दो साल बचा हुआ है। मैं जनता को क्या जवाब दूंगा। अगर मेरा नुकसान हुआ तो इन सभी मामलों से जुड़े सभी अधिकारियों का नुकसान करूंगा। इसमें कोई अधिकारी बख्शेंगे नहीं जाएंगे।
रिपोर्ट-अमित कुमार, बलिया