Agency:News18Hindi
Last Updated:February 10, 2025, 07:19 IST
Black Hawk Helicopter Taliban: अफगानिस्तान के तालिबान ने उज्बेकिस्तान की ओर से सात ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर अमेरिका को सौंपे जाने पर नाराजगी जताई है. ये हेलीकॉप्टर पहले अफगान वायु सेना का हिस्सा थे, लेकिन 2021 में ...और पढ़ें
![अफगानिस्तान एयरफोर्स के सात हेलीकॉप्टर 'चोरी', मुंह ताकता रह गया तालिबान अफगानिस्तान एयरफोर्स के सात हेलीकॉप्टर 'चोरी', मुंह ताकता रह गया तालिबान](https://images.news18.com/ibnkhabar/uploads/2025/02/taliban-helicopter-2025-02-1b9adeb83ba0c94adf93d97011f13274.jpg?impolicy=website&width=640&height=480)
अफगान एयरफोर्स के सात हेलीकॉप्टर उज्बेकिस्तान ने अमेरिका को सौंप दिया है. (AP)
हाइलाइट्स
- तालिबान के 7 ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर उज्बेकिस्तान ने अमेरिका को सौंपे
- तालिबान ने हेलीकॉप्टर वापसी की मांग की और उज्बेकिस्तान-अमेरिका को धमकी दी
- अमेरिका ने 2021 में अफगानिस्तान से वापसी के दौरान अरबों डॉलर के हथियार छोड़े
काबुल: अफगानिस्तान के तालिबान को एक बड़ा झटका लगा है. तालिबान के सात ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर ‘चोरी’ हो गए हैं. यह UH-60A ब्लैक हॉक हेलीकॉप्टर हैं, जिन्हें उज्बेकिस्तान ने अमेरिका को सौंप दिया है. मूल रूप से ये हेलीकॉप्टर अफगान वायु सेना के बेड़े का हिस्सा थे. इन हेलीकॉप्टरों के हाथ से निकल जाने पर अफगान तालिबान भड़क गया है. तालिबान ने इस घटनाक्रम के सामने आने के बाद पड़ोसी उज्बेकिस्तान और अमेरिका को धमकी दी है. तालिबान ने मांग की है कि ये हेलीकॉप्टर उसे वापस लौटाए जाएं, क्योंकि यह अफगानिस्तान की संपत्ति हैं.
दरअसल साल 2021 में अमेरिका की सेना अफगानिस्तान से निकल गई थी, जिसके बाद तालिबान सत्ता में आ गया था. तत्कालीन अफगान सरकार के पतन के बाद पायलटों ने देश से भागने में इन हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल किया था. ये हेलीकॉप्टर तब से उज्बेकिस्तान में ही मौजूद थे. UH-60A ब्लैकहॉक मल्टीरोल और कई युद्धों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाला हेलीकॉप्टर है. इसका इस्तेमाल खाड़ी युद्ध, सोमाली गृहयुद्ध और अफगानिस्तान युद्ध समेत अलग-अलग संघर्षों में किया गया है. इसकी मजबूत डिजाइन और अनुकूल क्षमता के कारण इसे दुनिया भर की सेनाएं पसंद करती हैं.
د ازبکستان هېواد څخه امریکا ته د افغانستان د هلیکوپترو د انتقال په اړه د اسلامي امارت د ملي دفاع وزارت غبرګون
راپورونه خپاره شول چې د هغو الوتکو له جملې څخه چې له افغانستان څخه د تیرې ادارې د سقوط په مهال ازبکستان هېواد ته انتقال شوې وي،۷پروازه هلیکوپترې امریکاته انتقال شوې دي… pic.twitter.com/0dLGwuOEyH
— د ملي دفاع وزارت – وزارت دفاع ملی (@MoDAfghanistan2) February 8, 2025
पड़ोसी पर भड़क गया तालिबान
इन सात हेलीकॉप्टरों का ट्रांसफर मध्य एशिया की बदलती जियोपॉलिटिक्स को दिखाता है. अमेरिका इन हेलीकॉप्टरों का अधिग्रहण करके अपने बेड़े को और मजबूत कर सकेगा. यह घटनाक्रम अफगान वायु सेना पर भी असर डालने वाला है. देखने वाली बात यह है कि आखिर इनका ट्रांसफर मध्य एशिया में शक्ति संतुलन और सुरक्षा स्थिति को कैसे प्रभावित करेगा. तालिबान के नेतृत्व वाले अफगान रक्षा मंत्रालय ने हेलीकॉप्टर ट्रांसफर करने पर नाराजगी जताई है. मंत्रालय ने एक्स पर एक बयान में कहा, ‘इस्लामिक अमीरात इस बारे में चिंतित है, क्योंकि ये विमान अफगानिस्तान के हैं और पिछले प्रशासन की ओर भागने के दौरान इन्हें उज्बेकिस्तान ले जाया गया था. हम किसी भी कारण से उन्हें अमेरिका को सौंपने को अस्वीकार्य मानते हैं.’ तालिबान ने मांग की है कि अमेरिका अफगानिस्तान में सभी विमानों की वापसी से जुड़ी रोक को दूर करे.
यह भी पढ़ें- अंधेरे में डूबा रावण का देश! पूरे श्रीलंका की बिजली हो गई गुल, एक अकेले बंदर ने कर दिया खेल
अमेरिका ने छोड़ा था अरबों डॉलर का हथियार
अगस्त 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना लगभग दो दशक बाद वापसी हुई थी. जब अमेरिका की सेनाएं बाहर निकलीं तो वे अपने पीछें बड़े पैमाने पर हथियारों को छोड़कर गई थीं. इनमें से ज्यादातर तालिबान के हाथों में चले गए. रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका से निकालने के दौरान अफगानिस्तान में 7.12 बिलियन डॉलर का मिलिट्री हार्डवेयर बचा हुआ था. पीछे छोड़े गए उपकरणों में 73 विमान भी शामिल थे. इन विमानों को काबुल के हामिद करजई इंटरनेशन एयरपोर्ट पर छोड़ दिया गया था. 40,000 से ज्यादा सैन्य वाहन भी अमेरिका ने पीछे छोड़ दिए थे. 3 लाख से ज्यादा अमेरिकी हथियार भी तालिबान के हाथ लग गए थे.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 10, 2025, 07:16 IST