Agency:News18 Uttar Pradesh
Last Updated:February 11, 2025, 20:14 IST
Maize Cultivation February : किसान भाई आलू की खुदाई के बाद मक्का की अगेती किस्म की बुवाई कर अच्छी कमाई कर सकते हैं. ये एक ऐसी फसल है, जो रबी और खरीफ दोनों सीजन में आसानी से हो जाती है.
फरवरी में करें मक्के की बुवाई
हाइलाइट्स
- किसान आलू के बाद मक्का की बुवाई कर सकते हैं.
- मक्का की अगेती किस्म 90 दिनों में तैयार होती है.
- मक्का की फसल से अच्छी कमाई हो सकती है.
रायबरेली. फरवरी चल रहा और रबी सीजन की मुख्य फसलों में शामिल आलू की अगेती फसल लगभग तैयार हो गई है. किसान भाई आलू की खुदाई में लगे हैं. इसके बाद खेत खाली हो जाएंगे और खरीफ की बुवाई तक खाली पड़े रहते हैं. हालांकि कुछ किसान ऐसे भी हैं, जो खाली खेतों में दूसरी फसलों की बुवाई कर देते हैं. किसान भाई खाली पड़े खेत में मक्के की अगेती किस्म की बुवाई करके अच्छी कमाई कर सकते हैं. मक्का की बढ़ती मांग के कारण ये आसानी से बाजारों में महंगे दामों में बिक जाता है.
पूरे साल कमाई
कृषि के क्षेत्र में 10 वर्षों का अनुभव रखने वाले रायबरेली के कृषि विशेषज्ञ नवीन कुमार मौर्य लोकल 18 से बात करते हुए कहते हैं कि मक्के को विश्व खाद्यान्न की रानी कहा जाता है. ये किसानों के लिए बेहद मुनाफे वाली फसल है. किसान इसकी खेती साल के 12 महीने करके अच्छी कमाई कर सकते हैं. ये एक ऐसी फसल है, जो रबी और खरीफ दोनों सीजन में आसानी से की जा सकती है.
ये किस्म सबसे अच्छी
लखनऊ विश्वविद्यालय से बीएससी एग्रीकल्चर नवीन कुमार मौर्य कहते हैं कि जो किसान आलू की खुदाई कर चुके हैं. वे खाली पड़े खेतों में मक्का की अगेती किस्मों की बुवाई कर सकते हैं. मक्के की अगेती किस्म में जवाहर मक्का 216 शामिल है. मक्का की ये एक ऐसी प्रजाति है जो 90 से 98 दिन में पककर तैयार हो जाती है. ये प्रजाति प्रति हेक्टेयर की दर से 50 से 55 कुंतल तक का उत्पादन देती है. इसकी बड़ी खासियत है बीज में रोग प्रतिरोधक क्षमता का अधिक होना. इससे फसल में रोग लगने का खतरा कम होता है.
Location :
Rae Bareli,Uttar Pradesh
First Published :
February 11, 2025, 20:14 IST
आलू की खुदाई के बाद खाली पड़े खेत में बो दें ये बीज, 90 दिनों में बंपर कमाई