महेसाणा: गुजरात के महेसाणा जिले में, खासकर बीजापुर तालुका में आलू की खेती बड़े पैमाने पर होती है. हर साल बीजापुर तालुका में बड़ी मात्रा में आलू की बुवाई होती है. आमतौर पर नवंबर महीने में आलू बोया जाता है, लेकिन इस साल ठंड की देर से शुरुआत के कारण बुवाई थोड़ा देर से शुरू हुई है, तो चलिए बागवानी विशेषज्ञ (Horticulturist) से जानते हैं कि आलू की शानदार फसल कैसे ली जा सकती है और कौन-सी किस्में चुननी चाहिए? जिससे सही तकनीक अपनाकर आप आलू की पैदावार में जबरदस्त उछाल पाकर बंपर कमाई करें…
बुवाई का समय और किस्म का चयन
लोकल 18 से बात करते हुए कृषि विशेषज्ञ रोशनीबेन बाराड (Agricultural adept Roshniben Barad) ने बताया कि आलू की उच्च पैदावार के लिए किस्म का चयन बहुत जरूरी है. सब्जियों के लिए कुफरी पुखराज और ख्याती किस्में बेस्ट हैं. भंडारण (storage) के लिए कुफरी बादशाह और पुष्कर किस्में चुनी जा सकती हैं. यदि फसल कटाई के तुरंत बाद बिक्री के लिए है, तो कुफरी पुखराज और बादशाह की बुवाई करनी चाहिए.
बता दें कि चिप्स बनाने के लिए चिपसोना 1, चिपसोना 3 और चिपसोना 4 का चयन करना चाहिए क्योंकि ये प्रोसेसिंग के लिए बेहतर होती हैं. आलू की बुवाई 15 से 20 नवंबर के बीच की जाती है, लेकिन ठंड को ध्यान में रखते हुए जब तापमान 18 से 22 डिग्री सेल्सियस हो, तभी बुवाई करनी चाहिए.”
इस फसल के बाद बुवाई बढ़ाती है उत्पादन
रोशनीबेन बताया कि अगर आलू की बुवाई मूंगफली, बाजरा जैसी फसलों के बाद की जाए तो उत्पादन अच्छा होता है. इसके अलावा तिल, बाजरा, दाल और मूंगफली के बाद आलू की फसल बेहतर होती है. सबसे अहम बात एक पंक्ति वाली मेड़ (single enactment ridge) पर 50×15 से 20 सेंटीमीटर और दोहरी मेड़ पर 75×15 से 20 सेंटीमीटर की दूरी रखनी चाहिए.
कैसे करें बीज का चयन
बता दें कि एक पंक्ति वाले सिस्टम में 2500-3000 किलो और दो से चार पंक्ति वाले सिस्टम में 3500-4000 किलो बीज का उपयोग करना चाहिए. बुवाई से पहले बीज का उपचार करने पर उत्पादन में अच्छी बढ़ोतरी होती है. आलू के बीज का वजन 25 से 40 ग्राम होना चाहिए. यदि बीज को बुवाई से पहले मैंकोजेब दवा (1 किलो) और कोयले की राख के साथ उपचारित किया जाए तो फसल में कोई समस्या नहीं होती. ड्राई ट्रीटमेंट से आलू के पौधों में कोहवारा रोग नहीं होता. इसके अलावा, गीले तरीके से बुवाई करने पर आलू की ग्रोथ बेहतर होती है.
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FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 10:00 IST