उदयपुर : उदयपुर जिला प्रशासन ने शहर में मौजूद सिटी पैलेस में विवादित हिस्से के लिए ‘रिसीवर’ नियुक्त किया है. अधिकारियों ने यह फैसला विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों द्वारा पूजा स्थल ‘धूणी’ के दर्शन के लिए प्रवेश करने को लेकर सोमवार रात हुए तनाव के बाद लिया. विश्वराज सिंह को सोमवार को उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के मुखिया के रूप में ‘गद्दी’ पर बैठाया गया था. घंटाघर के थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार व्यास के अनुसार, हालात अब नियंत्रण में है और आज कब्जा ले लिया जाएगा. उन्होंने कहा, स्थिति के अनुसार आज कब्जा ले लिया जाएगा.
महेंद्र सिंह मेवाड़ (विश्वराज के पिता) और उनके छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ के बीच विवाद है. सिटी पैलेस विश्वराज के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ के नियंत्रण में है. बड़ी पोल से धूणी तक के हिस्से के लिए ‘रिसीवर’ नियुक्त किए जाने के बाद विश्वराज सिंह सोमवार देर रात करीब 1.30 बजे धूणी के दर्शन किए बिना ही अपने निवास पर चले गए.
सिटी पैलेस में ‘धूणी’ वह जगह है, जहां विश्वराज को गद्दी पर बैठने के बाद दर्शन करने जाना था. उनका धूणी के बाद उदयपुर में एकलिंग नाथ जी मंदिर जाने का कार्यक्रम था, जो अरविंद सिंह के नियंत्रण में है. रिसीवर अब क्षेत्र को अपने कब्जे में लेगा और प्रवेश के बारे में निर्णय करेगा.
उल्लेखनीय है कि महेंद्र सिंह मेवाड़ का हाल में निधन हो गया था. उनके बेटे विश्वराज का अभिषेक करने की पारंपरिक रस्म दस्तूर सोमवार को चित्तौड़गढ़ में की गई. इसके बाद उनका सिटी पैलेस में धूणी के दर्शन करने और फिर उदयपुर में एकलिंग नाथ जी मंदिर जाने का कार्यक्रम था.
ये दोनों ही स्थान अरविंद सिंह मेवाड़ के नियंत्रण में हैं और विश्वराज को दोनों जगहों पर प्रवेश करने से रोकने के लिए उन्होंने अपने वकील के माध्यम से सोमवार को लोकल अखबारों में दो पब्लिक नोटिस प्रकाशित करवाए थे. इनमें अतिक्रमण या संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी.
नोटिस प्रकाशित होने के बाद स्थिति को संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. समारोह के बाद विश्वराज और उनके समर्थक बड़ी संख्या में शाम को उदयपुर पहुंचे, लेकिन उन्हें प्रवेश नहीं दिया गया. विश्वराज कई घंटों तक सिटी पैलेस के प्रवेश द्वार से कुछ मीटर की दूरी पर जगदीश चौक पर इंतजार करते रहे. इस दौरान उनके समर्थकों ने अवरोधक लांघने की कोशिश की और विरोध प्रदर्शन किया.
जिलाधिकारी अरविंद पोसवाल और पुलिस अधीक्षक (एसपी) योगेश गोयल ने मामले में हस्तक्षेप किया और इसे सुलझाने के लिए विश्वराज सिंह एवं उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ (अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे) से अलग-अलग कई दौर की बातचीत की. हालांकि बातचीत बेनतीजा रही. इस बीच, देर रात सिटी पैलेस के मुख्य द्वार पर पथराव शुरू हो गया. दोनों तरफ से पथराव हुआ, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए.
तनाव बढ़ने के बाद अतिरिक्त जिलाधिकारी, उदयपुर ने सिटी पैलेस के विवादित हिस्से – बड़ी पोल से धूणी तक के लिए घंटाघर के थानाप्रभारी को रिसीवर नियुक्त किया. रिसीवर की नियुक्ति का नोटिस सिटी पैलेस के मुख्य द्वार पर चस्पा कर दिया गया है. सोमवार देर रात करीब डेढ़ बजे विश्वराज सिंह जगदीश चौक से वापस लौटकर उदयपुर स्थित अपने आवास सामोर बाग चले गए.
Tags: Rajasthan news, Udaipur news
FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 12:13 IST