सहारा का पीड़ित
समस्तीपुर. समस्तीपुर के अनुरोध कुमार उर्फ देवानंद की कहानी इस बात का उदाहरण है कि कैसे सपनों को पूरा करने का प्रयास कभी-कभी बुरे अनुभव में बदल जाता है. 10 साल पहले, उन्होंने सुंदर घर बनाने का सपना संजोया और इसके लिए सहारा इंडिया में अपना पैसा जमा किया. जब वह अपनी मेहनत की कमाई निकालने गए, तो उन्हें बताया गया कि न्यायालय ने सहारा इंडिया के सभी पैसे देने पर रोक लगा रखी है.
जैसे ही न्यायालय का आदेश मिलेगा, उनका पैसा लौटाया जाएगा. अनुरोध के अनुसार, ब्याज सहित उनकी कुल राशि 3 लाख रुपये से अधिक हो जाती है. वर्तमान में, वह सहारा इंडिया के ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन हर बार उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ रहा है. उनकी स्थिति बेहद निराशाजनक है, और उनका सपना अब अधूरा रह गया है.
ऑफिस के चक्कर काट रहे निवेशक
समस्तीपुर जिले के पटोरी अनुमंडल क्षेत्र के धमौन गांव के रहने वाले अनुरोध कुमार ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने सहारा इंडिया में पैसा दोगुना और तीन गुना होने के लालच में जमा किया था. लेकिन अब उनका अपना पैसा भी वापस निकालना मुश्किल हो गया है. अनुरोध ने कहा कि उन्होंने पैसा इस मकसद से जमा किया था ताकि घर बनाने या विकास कार्य कर सकें. जब वह घर की मॉडिफिकेशन के लिए पैसा निकालने गए, तो सहारा इंडिया के ऑफिस में उन्हें बताया गया कि अभी पैसा नहीं दिया जा सकता. यदि जमा करना हो तो कर सकते हैं, लेकिन पैसे वापस देने की कोई निश्चित तारीख नहीं है. वह लगातार ऑफिस के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उनका पैसा लौटाने के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं. अनुरोध के अनुसार, यदि मूलधन और ब्याज को जोड़ा जाए, तो उनकी कुल राशि 3 लाख रुपये से अधिक हो जाती है.
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FIRST PUBLISHED :
October 21, 2024, 16:03 IST