Agency:Local18
Last Updated:February 03, 2025, 13:25 IST
Sustainable farming: भोपाल के हर्षित गोधा ने विदेश में पढ़ाई पूरी करने के बाद खेती में सफलता पाई. उन्होंने इजरायली तकनीक से एवोकाडो की खेती शुरू की और अब करोड़ों की कमाई कर रहे हैं.
कभी सोचा है, नौकरी छोड़कर खेती में सफलता पाने का सपना? ये कहानी है एक ऐसे लड़के की, जिसने विदेश में पढ़ाई पूरी करने के बाद न सिर्फ अपनी नौकरी छोड़ दी, बल्कि खेती करके करोड़ों रुपये भी कमाए! यह कहानी है भोपाल के हर्षित गोधा की, जिन्होंने एवोकाडो की खेती करके न केवल अपने लिए सफलता का नया रास्ता खोला, बल्कि लाखों किसानों के लिए एक नया सपना भी दिखाया.
विदेश से लौटकर खेती की ओर रुख किया
आपने अक्सर सुना होगा कि लोग विदेश में पढ़ाई करके बड़े-बड़े कंपनियों में नौकरी करते हैं, लेकिन हर्षित गोधा ने इसका बिल्कुल उल्टा किया. जब हर्षित लंदन में BBA की पढ़ाई कर रहे थे, तब उन्होंने एक दिन इजरायल से आए एवोकाडो फल का पैकेट देखा. यह फल बहुत महंगा था और उसे देखकर हर्षित को एहसास हुआ कि अगर इसे इतना दूर से लाया जा सकता है, तो भारत में भी इसकी खेती की जा सकती है. यहीं से उनके दिल में खेती करने का ख्याल आया.
इजरायल जाकर सीखी खेती की नई तकनीक
अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद, हर्षित ने नौकरी करने के बजाय इजरायल जाने का फैसला किया. वहां जाकर उन्होंने आधुनिक खेती की पूरी ट्रेनिंग ली. इजरायल में जो अत्याधुनिक तकनीकें इस्तेमाल होती हैं, हर्षित ने उन्हें सीखा और ठान लिया कि अब वे भारत में इस तकनीक का इस्तेमाल करेंगे.
5 एकड़ में शुरू किया एवोकाडो का खेती का सफर
2019 में, हर्षित ने भोपाल में ‘इंडो-इजरायल एवोकाडो’ नाम से अपनी खेती शुरू की. शुरुआत में उन्होंने 5 एकड़ में एवोकाडो के 1800 पौधे लगाए. खेती की यह शुरुआत आसान नहीं थी, लेकिन हर्षित ने सही तकनीक और मेहनत के साथ इसे बढ़ाया.
कोरोना के बावजूद किया बड़ा कमाल
कोरोना के दौरान खेती के लिए इजरायल से पौधे मंगवाना मुश्किल हो गया था, लेकिन हर्षित ने हार नहीं मानी. 2021 में उन्होंने फिर से 20,000 पौधे आयात किए और खेती शुरू की. इस बार उन्हें सफलता भी मिली और उनकी मेहनत रंग लाई. अब हर्षित लाखों रुपये की कमाई कर रहे हैं और एवोकाडो की खेती के साथ-साथ पौधों की बिक्री भी कर रहे हैं.
किसानों के लिए मार्गदर्शन और मदद
हर्षित ने अपनी सफलता को सिर्फ अपने तक सीमित नहीं रखा. उन्होंने महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के किसानों को एवोकाडो के पौधे दिए और उन्हें खेती के आधुनिक तरीके भी सिखाए. वह न केवल पौधे बेचते हैं, बल्कि किसानों को मुफ्त में सलाह और मार्गदर्शन भी देते हैं. हर्षित का मानना है कि अगर देश के किसान सही तरीके से खेती करें, तो वे भी अच्छा कमा सकते हैं.
1 करोड़ रुपये की सालाना कमाई
आज हर्षित एवोकाडो की खेती और पौधों की बिक्री से सालाना 1 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाई कर रहे हैं. उनका अगला लक्ष्य खेती को बड़े पैमाने पर फैलाना और भारत के हर कोने के किसानों को आधुनिक खेती की तकनीक से जोड़ना है.
Location :
Mumbai,Maharashtra
First Published :
February 03, 2025, 13:25 IST
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