Last Updated:February 04, 2025, 21:24 IST
IAS Dr. J Radhakrishnan : आईएएस जे राधाकृष्णन ने अपने इंस्टाग्राम पर एक दिल को छू लेने वाली कहानी शेयर की है. 20 साल पहले आई सुनामी में जिस बच्ची को उन्होंने बचाया था, अब उसकी शादी कराई. तत्कालीन कलेक्टर जे र...और पढ़ें
IAS Dr. J Radhakrishnan : 2004 में आई सुनामी में तमिलनाडु का कीचनकुप्पम कस्बा भी पूरी तरह तबाह हो गया था. उस समय नागपटि्टनम के कलेक्टर रहे डॉ. जे राधाकृष्णन को बिखरे हुए मलबों में मीना नाम की एक छोटी बच्ची रोती हुई मिली थी. जिसे नाटपटि्टनम के अन्नाई सत्या सरकारी बाल गृह में रखा गया था. अब 20 साल बाद वह बच्ची बड़ी हो चुकी है और डॉ. राधाकृष्णन ने उसकी शादी करवाई. दिल को छूने वाली यह कहानी खुद उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर शेयर की है.
छोटी बच्ची मीना को सरकारी बाल गृह में रखने के बाद भी आईएएस राधाकृष्णन और उनकी पत्नी कृतिका ने सपोर्ट करना जारी रखा. इस लंबे वक्त में राधाकृष्णन के तबादले भी हुए. लेकिन पति-पत्नी ने मीना के नर्स बनने के सपने को पूरा करने में हर संभव मदद की.
आईएएस जे राधाकृष्णन ने इंस्टाग्राम पर किया शेयर
आईएएस जे राधाकृष्णन मीना की शादी के बारे में इंस्टाग्राम पर एक लंबी पोस्ट लिखकर दी है. उन्होंने लिखा, नाटपटि्टनम में एक दिल को छू लेने वाला रीयूनियन. आज नाटपट्टिनम में मीना और मणिमारन की शादी का हिस्सा बनकर बहुत अच्छा लगा. नागाई के बच्चों के साथ हमारी सुनामी के बाद की यात्रा हमेशा उम्मीदों से भरी रही है. उन्हें बढ़ते, पढ़ते, ग्रेजुएट होते और एक खूबसूरत जिंदगी में बसते देखना खुशी के आंसू ला देता है. सौम्या, सुभाषऔर सारा को अपने प्यारे दोस्त के खास दिन का जश्न मनाते देखकर खुशी हुई. याद रखने वाला दिन, एक ऐसा परिवार जो खून के बंधन से आगे बढ़ गया है.
गॉडपेरेंट्स बने थे पति-पत्नी
सुनामी में अनाथ हुए बच्चों के लिए तमिलनाडु सरकार ने नागटि्टनम में अन्ना सत्या सरकारी बाल गृह की स्थापना की गई थी. जिसमें कीचनकुप्पम
की मीना को भी रखा गया था. मीना को जल्द ही तीन सा की सौम्या का साथ मिल गया. सौम्या को भी वेलंकन्न से बचाया गया था दोनों जल्द ही जीवन भर के लिए बहनें बन गई और राधाकृष्णन व उनकी पत्नी कृतिका गॉडपेरेंट्स बने.
Location :
New Delhi,New Delhi,Delhi
First Published :
February 04, 2025, 21:24 IST