Agency:News18 Rajasthan
Last Updated:February 08, 2025, 23:25 IST
Papaya Farming: युवाओं में पपीता की खेती का ट्रेंड बढ़ रहा है, लेकिन सही मैनेजमेंट जरूरी है. कृषि विशेषज्ञ गुंजेश गुंजन के अनुसार ड्रिप सिंचाई बेहतर है. डाइटीशियन अनिता कुमारी ने पपीता के स्वास्थ्य लाभ बताएं.
पपीता
हाइलाइट्स
- पपीता की खेती में ड्रिप सिंचाई बेहतर
- पपीता के सेवन से पेट की समस्याएं दूर
- युवाओं में बढ़ रहा है पपीता की खेती का ट्रेंड
भागलपुर. आजकल लोग कृषि की ओर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं, खासकर नई-नई खेती की तकनीकों की ओर. युवा वर्ग भी अब कृषि में अपनी किस्मत आजमा रहा है. वर्तमान में युवाओं में सब्जी और फल की खेती को लेकर खासा रुचि बढ़ रही है. इसी कड़ी में पपीता की खेती का ट्रेंड भी बढ़ा है. पपीता को मुनाफे वाली खेती में से एक माना जाता है, लेकिन कई बार इसमें नुकसान भी हो सकता है.
पानी का सही मेंटेनेंस है जरूरी
पपीता की खेती जितनी आसान लगती है, उतनी ही कठिन भी है. इसका कारण है कि पपीता की खेती में हर चीज का सही मैनेजमेंट बहुत जरूरी होता है. अगर सही समय पर मैनेजमेंट नहीं हुआ तो परेशानी बढ़ सकती है. कृषि पर रिसर्च करने वाले गुंजेश गुंजन बताते हैं कि पपीता की खेती में सबसे जरूरी है पानी का सही मेंटेनेंस.
पपीते के लिए बेहतर है ड्रिप सिंचाई का उपयोग
अगर पानी ज्यादा हो जाए तो पपीता भी पानी जैसा लगने लगता है और कम पानी होने पर भी समस्या होती है. पत्ते पीले पड़ने लगते हैं. ऐसे में अगर ड्रिप सिंचाई का उपयोग करें तो पपीता अच्छी तरह से ग्रो करेगा. उन्होंने बताया कि अक्सर लोग रेड लेडी की खेती करते हैं, लेकिन अगर किसान देसी पपीता की खेती करें तो बिना किसी समस्या के अच्छी उपज होगी. सबसे बड़ी बात यह है कि इसे कच्चे ही सब्जी के लिए भी बेचा जा सकता है.
पपीता के सेवन से कई समस्याएं होती हैं दूर
डाइटीशियन अनिता कुमारी बताती हैं कि पपीता के सेवन से कई तरह की समस्याएं दूर होती हैं. अगर पपीता को सुबह खाली पेट खाया जाए तो यह कई बीमारियों को दूर करता है, खासकर पेट की समस्याओं को. इसलिए रोजाना पपीता का सेवन जरूर करना चाहिए.
Location :
Bhagalpur,Bhagalpur,Bihar
First Published :
February 08, 2025, 23:25 IST
इस किस्म की पपीता की खेती है मुनाफेदयक, इसकी खेती में सिंचाई का अहम रोल