इस घोड़े की कीमत है एक करोड़ ग्यारह लाख, 14 हजार लीटर वाली घी से होती है मालिश

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प्रतीकात्मक

प्रतीकात्मक तस्वीर 

आशीष कुमार/ पश्चिम चंपारण: एशिया के सबसे बड़े पशु मेले सोनपुर मेले में इन दिनों एक खास घोड़ा सुर्खियों में है. इस घोड़े का नाम किसी पौराणिक पात्र या परंपरागत नाम जैसे सूरज, चेतक, या बादल नहीं, बल्कि ‘AK 56’ रखा गया है. करीब 7 फीट ऊंचे और 1.11 करोड़ रुपए की कीमत वाले इस घोड़े ने मेले में सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है.

नाम ‘AK 56’ और विशेषता से जुड़ी कहानी
घोड़े के मालिक रुदल यादव ने इसका नाम ‘AK 56’ इसकी तेज़ रफ्तार और फुर्ती से प्रेरित होकर रखा. जहां साधारण घोड़ों की परवरिश पर हर महीने 8-10 हज़ार रुपए खर्च होते हैं, वहीं इस खास घोड़े की देखभाल पर हर महीने 30-35 हज़ार रुपए खर्च किए जाते हैं.

विशेष नस्ल का ‘AK 56’
रुदल यादव के मुताबिक, ‘AK 56’ घोड़ा सिंधी नस्ल का है, जो अपनी बेहतर सहनशीलता और मालिक के प्रति वफादारी के लिए जाना जाता है. इस नस्ल के घोड़ों की औसतन ऊंचाई 64 इंच होती है, लेकिन ‘AK 56’ की ऊंचाई 66 इंच है. यह खास घोड़ा महज साढ़े चार साल की उम्र में इतनी ऊंचाई और कद काठी विकसित कर चुका है, जो इसे अपनी नस्ल में अनोखा बनाता है.

तेज़ रफ्तार: 100 किमी प्रति घंटे तक दौड़ने में सक्षम
रुदल के भाई अनिल यादव ने बताया कि इस घोड़े को एक साल की उम्र से ही ट्रेनिंग दी गई थी. अब यह सिंगल फुटर घोड़ा बिना थके लंबे समय तक चलने और दौड़ने में सक्षम है. आमतौर पर यह 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ता है, लेकिन पूरी गति में यह 100 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकता है.

14 हज़ार रुपए प्रति लीटर वाले घी से होती है मालिश
इस घोड़े की देखभाल में खास तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है. मादा भेड़ के घी, जिसकी कीमत 14,000 रुपए प्रति लीटर है, से सप्ताह में दो बार घोड़े की मालिश की जाती है. हर महीने घोड़े की मालिश के लिए लगभग 2 लीटर घी की खपत होती है. इसके अलावा, ‘AK 56’ के आहार में भी उच्च गुणवत्ता वाले पोषक तत्व शामिल किए जाते हैं.

सोनपुर मेले में बना आकर्षण का केंद्र
सोनपुर मेले के शुभारंभ के सातवें दिन ‘AK 56’ को देखने के लिए सैकड़ों लोगों की भीड़ जुटी. इसकी ऊंचाई, रफ्तार और अनोखी देखभाल ने इसे मेला का स्टार बना दिया है.

सिंधी नस्ल के घोड़ों की बढ़ती मांग
पशु विशेषज्ञों के अनुसार, सिंधी नस्ल के घोड़े अपनी सहनशीलता, फुर्ती और लंबे समय तक चलने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध हैं. ‘AK 56’ का सिंगल फुटर होना इसे व्यापारियों और घोड़ा प्रेमियों के बीच और भी खास बनाता है.

Tags: Bihar News, Champaran news, Local18

FIRST PUBLISHED :

November 20, 2024, 19:53 IST

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