एक से डेढ़ महीने में तैयार हो जाती है ये फसल, मेहनत कम...लागत का कई गुना होता है मुनाफा
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एक से डेढ़ महीने में तैयार हो जाती है ये फसल, मेहनत कम...लागत का कई गुना होता है मुनाफा
40-50 दिनों में तैयार हो जाती है ये फसल
अररिया. बिहार में मूली की खेती बड़े पैमाने पर होती है. इसकी फसल साल में कभी भी की जा सकती है. हालांकि, सही समय ठंड का मौसम ही होता है. मूली की कई अलग-अलग किस्में होती हैं, जैसे लाल और सफेद मूली. मूली का इस्तेमाल सलाद के साथ सब्जियों में भी किया जाता है. इसके पत्तों की भी सब्जी बनाई जाती है. ऐसे में इससे अच्छी कमाई हो जाती है.
अररिया जिले के फारबिसगंज प्रखंड अंतर्गत मिर्जापुर गांव के किसान एक समय में दो फसल की खेती कर रहे हैं. बता दें कि किसान राजदेव मेहता ने लोकल 18 को बताया कि मूली की खेती बहुत ही कम समय में तैयार हो जाती है उन्होंने कहा कि कम समय में कम खर्च करने पर अच्छी कमाई मूली की खेती से हो जाती है. उन्होंने बताया कि 50 डिसमिल जमीन में मूली की खेती करते हैं और ठंड में सफेद मूली लगाते हैं. इससे उन्हें सीजन में एक एकड़ जमीन पर में करीब 1 लाख रुपए तक फायदा हो जाता है. किसान ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि इस खेती में मूली की अलग बिक्री होती है और साग अलग बिक जाता है. उन्होंने बताया कि 40-50 दिनों में मूली से बढ़िया कमाई कर लेते हैं. अभी मूली का भाव अच्छा मिल रहा है. मार्केट में 20, 30, 40 रुपये प्रति किलो तक मूली मिल रही है.
सीजन में एक लाख तक होती है कमाई
फारबिसगंज प्रखंड के रहने वाले किसान राजदेव मेहता अपने जमीन पर मुली के साथ लाफ साग एक साथ ही कर रहे हैं इसने इनको बढ़िया कमाई हो जाती है. किसान लोकल 18 को बताया कि मूली की खेती से किसान को काफी फायदा हो सकता है. यह कम समय और कम मेहनत के साथ कम खर्च में अच्छा मुनाफा दे सकती है. एक सीजन में इससे एक से डेढ़ लाख की कमाई कर सकते हैं. अभी राजदेव अपने आधे एकड़ में सफेद मूली के साथ लाफ साग उगा रहे हैं.
Tags: Agriculture, Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED :
November 26, 2024, 16:37 IST